मैंने कह दिया था कि राम मंदिर के लिए सत्ता भी गंवानी पड़े तो कोई समस्या नहीं  

अयोध्या। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब मैं मुख्यमंत्री बना तो नौकरशाही का एक वर्ग ऐसा था जो कहता था कि मुख्यमंत्री के रूप में अयोध्या गये तो विवाद खड़ा होगा और राम मंदिर की बात होगी। उस समय मैंने कहा था कि हम कौन सत्ता के लिए आए हैं। राम मंदिर के लिए सत्ता भी गंवानी पड़ेगी तो कोई समस्या नहीं होनी चाहिए।

Mar 21, 2025 - 15:14
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मैंने कह दिया था कि राम मंदिर के लिए सत्ता भी गंवानी पड़े तो कोई समस्या नहीं   

-नौकरशाही का एक बड़ा वर्ग कहता था कि सीएम के रूप में अयोध्या गया तो विवाद खड़ा हो जाएगा

-2016-17 में मात्र 2.34 लाख श्रद्धालु अयोध्या आए जबकि इस वर्ष 16 करोड़ पहुंचे, अंतर देख लीजिए

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज अयोध्या में थे और इस मौके पर एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यद्यपि मेरी तीन पीढ़ियां राम जन्मभूमि आंदोलन के लिए समर्पित थीं। मुझे कोई समस्या नहीं थी, लेकिन शासकीय व्यवस्था जिस नौकरशाही में एक बड़ा वर्ग ऐसा था जो कहता था कि मुख्यमंत्री के रूप में वे अयोध्या गये तो विवाद पैदा हो जाएगा। इस पर हमने कहा कि विवाद खड़ा होता है तो होने दीजिए, लेकिन अयोध्या के बारे में कुछ सोचने की आवश्यकता है।

सीएम योगी ने कहा कि हम लोग तो उस समय भी दोपोत्सव के कार्यक्रम से जुड़े। मैंने अवनीश अवस्थी से कहा कि चुपचाप जाकर देखो कि दीपोत्सव का कार्यक्रम किस प्रकार से हो सकता है। अवनीश अवस्थी यहां आए। सर्वे किया। लौटकर कहा कि दीपोत्सव का आयोजन होना चाहिए। मैंने कहा कि मैं वहां जाऊंगा और दीपोत्सव का आयोजन करते-करते राम मंदिर की बात उठेगी तो इसका क्या करेंगे।

सीएम ने कहा कि तब अवनीश अवस्थी ने कहा कि दीपोत्सव हो, इसके बारे में सबसे बात करते हैं और जब बात की गई तो सभी का सकारात्मक रुख था। आज आप देख रहे हैं कि दीवाली से एक दिन पहले अयोध्या का दीपोत्सव अयोध्या का एक फेस्टिवल बन गया है। इसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। उन्होंने कहा कि मैं मानता हूं कि यह अयोध्या में राम जन्मभूमि की आधारशिला रखने की एक शुरुआत थी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी मैं श्रीराम जन्मभूमि के दर्शन कर आ रहा हूं। मैं अयोध्या में आए श्रद्धालुओं की संख्या को देख रहा था। मैंने वर्ष 2015-16 और 2016-17 के श्रद्धालुओं की संख्या भी देखी। वर्ष 2016-17 में केवल 2.34 लाख श्रद्धालु अयोध्या आए थे। इस वर्ष 16 करोड़ श्रद्धालु दर्शन करने के लिए अयोध्या आए। आप अनुमान करिए कि क्या 2.34 लाख और 16 करोड़ में कोई अंतर ही नहीं है। आप देख रहे होंगे कि आज भी अयोध्या में लाखों श्रद्धालु आए हुए हैं।

सीएम योगी ने कहा कि लोग चाहते थे लेकिन उस समय लीडरशिप का अभाव था। लोग इसको आगे नहीं बढ़ने देना चाहते थे। सही जानकारी और सही तथ्यों को सामने नहीं आने देना चाहते थे, लेकिन हम आभारी हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जिन्होंने विरासत और विकास को जोड़कर भारत की परम्परा को गौरव के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।

SP_Singh AURGURU Editor