योगी बोले- महाकुम्भ में नौ-दस करोड़ श्रद्धालुओं का दबाव, संयम बनाए रखें
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाकुम्भ में बीती रात एक से दो बचे के बीच बेरीकेडिंग फलांग कर जाने से कुछ श्रद्धालु गंभीर से रूप से घायल हुए हैं। इस समय हालात पूरी तरह नियंत्रण में हैं। वहां इस समय नौ-दस करोड़ श्रद्धालु मौजूद हैं। श्रद्धालुओं के संगम नोज पर जाने का भारी दबाव बना हुआ है। अखाड़ा मार्ग और नाग वासुकी मार्ग पर भी श्रद्धालुओं का भारी दबाव है। सुबह आठ बजे तक तीन करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु महाकुम्भ में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं।
-रात में बेरीकेडिंग फलांग कर जाने से कुछ श्रद्धालु गंभीर घायल हुए हैं, हालात पूरी तरह काबू में
रात में अखाड़ा मार्ग पर बढ़ा भीड़ का दबाव
सीएम योगी ने बताया कि रात एक से दो बजे के बीच अखाड़ा मार्ग पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ का दबाव बढ़ गया। कुछ श्रद्धालु बेरीकेडिंग को फलांग कर आगे बढ़े, जिसमें कुछ श्रद्धालुओं को गंभीर चोटें आई हैं। सभी घायलों का समुचित उपचार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि तड़के से ही प्रशासन सभी श्रद्धालुओं को सकुशल स्नान कराने में जुटा हुआ है।
मोदी, शाह, नड्डा और गवर्नर ने ली जानकारी
मुख्यमंत्री ने बताया कि महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर करोड़ों श्रद्धालुओं के सकुशल अमृत स्नान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे बात कर हालचाल लिया। गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष नड्डा और राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने भी उनसे जानकारी ली है। पीएम ने रात में घटी घटना की भी जानकारी ली।
मैंने अखाड़ों के प्रमुखों व संतों से की बात
सीएम योगी ने कहा कि महाकुम्भ में इस समय नौ-दस करोड़ श्रद्धालु मौजूद हैं। भारी भीड़ का दबाव बहुत बढ़ा हुआ है। भीड़ के दबाव को देखते हुए मैंने अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों और संतों से बात की। सभी अखाड़ों और संतों ने तय किया है कि श्रद्धालुओं की भीड़ का दबाव कम होने पर ही वे संगम की तरफ अमृत स्नान के लिए जाएंगे।
अफवाहों पर ध्यान न दें श्रद्धालु
मुख्यमंत्री ने सभी श्रद्धालुओं, संतों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें। सयंम से काम लें। केंद्र और राज्य सरकार मौनी अमावस्या के अमृत स्नान पर हर तरह के सहयोग के लिए तत्पर है। उन्होंने कहा कि अफवाह फैलाने से नुकसान हो सकता है। महाकुम्भ नगर में 15-20 किमी में अस्थायी घाट बनाए गए हैं। जरूरी नहीं कि सभी श्रद्धालु संगम नोज की तरफ ही आएं। सभी घाट गंगा किनारे हैं। मौनी अमावस्या पर स्नान का महत्व होता है, जो भी नजदीकी घाट हो, वहीं पर स्नान कर लें। वैसे भी बुजुर्गों और अस्वस्थ लोगों को लम्बी दूरी तय नहीं करनी चाहिए। जो भी नजदीकी घाट हो, वहीं पर नहा लें।
सुबह से 40 ट्रेनें श्रद्धालुओं को लेकर वापस लौटीं
सीएम योगी ने बताया कि सुबह से 40 मेला स्पेशल ट्रेनें अमृत स्नान कर चुके श्रद्धालुओं को वापस लेकर लौट चुकी हैं। बड़ी संख्या में श्रद्धालु बसों और अन्य वाहनों से भी लौट चुके हैं। महाकुम्भ में श्रद्धालुओं से अपील की जा रही है कि वे स्नान करने के बाद महाकुम्भ स्थल छोड़ दें ताकि आने वाले दूसरे श्रद्धालुओं को भी स्नान करने का मौका मिल सके। उन्होंने कहा कि सभी लोग सहयोग करेंगे तो किसी को कोई दिक्कत नहीं होगी।