जिन महिलाओं को स्तन कैंसर, उनकी बेटी को 10-12 साल की उम्र में यह बीमारी संभव
आगरा। एसीकॊन 2024 में भाग लेने पहुंचीं एसएमएस जयपुर की डॉ. प्रभा ओम ने बताया कि स्तन कैंसर के केस बढ़ने लगे हैं। जिन महिलाओं को स्तन कैंसर होता है, उनकी बेटी को 10 से 12 वर्ष की आयु में स्तन कैंसर हो सकता है।
-अनुवांशिक और हार्मोन के कारण बढ़ रहा स्तन कैंसर
डॊ. ओम प्रभा ने बताया कि 18 वर्ष की आयु में भी स्तन कैंसर के केस मिल रहे हैं। प्रारंभिक अवस्था में सर्जरी करते समय पूरा स्तन नहीं हटाया जाता है। कैंसर वाले हिस्से को अलग किया जाता है। 10 प्रतिशत महिलाओं में कैंसर का कारण अधिक उम्र में शादी है। इसके साथ ही महिलाओं में पित्त की थैली की पथरी, टीबी और थाइरायड की सर्जरी की जा रही है।
हर्निया और पित्ताशय की सर्जरी ज्यादा
एम्स भोपाल के पूर्व निदेशक डॊ. संदीप कुमार ने बताया कि एक हजार में दो लोगों को हर्निया की समस्या हो रही है तो खानपान, परिश्रम न करने से पित्ताशय की पथरी की समस्या बढ़ रही है। इसके साथ ही गुदा द्वार की समस्या तेजी से बढ़ी हैं। फिशर, पाइल्स और फिस्टुला की सर्जरी लेजर से की जा रही है। क्षार सूत्र के माध्यम से भी फिस्टुला का इलाज होने लगा है।
रोबोटिक सर्जरी सस्ती करने की जरूरत
एकेडमिक काउंसिल एएसआई के डाइरेक्टर डॊ. जी. सिद्धेश ने बताया कि कैंसर, थायराइड में रोबोटिक सर्जरी के अच्छे रिजल्ट हैं, लेकिन रोबोटिक सर्जरी दूरबीन विधि और ओपन सर्जरी से 10 गुना महंगी है क्योंकि रोबोट महंगे हैं। सर्जरी के लिए इस्तेमाल होने वाले सर्जिकल सामान भी महंगा है। एएसआइ की कार्यशाला में इस पर भी चर्चा की जा रही है, जिससे आने वाले समय में रोबोटिक सर्जरी आगे बढ़ सके।
रोबोट से की जा रही पेट की सर्जरी
गुरुराम राय मेडिकल कालेज, देहरादून के डॉ. जेपी शर्मा ने बताया कि मेटाबोलिक डिसआर्डर की सर्जरी रोबोट से की जा रही है। मोटापा कम करने के लिए पेट की सर्जरी भी रोबोट से हो रही है।
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