आगरा कॊलेज को अगले वर्ष का बजट पास कराने की हड़बड़ी क्यों थी?

आगरा कॊलेज हो या कोई और स्वायत्तशासी संस्था, उनका बजट नया वित्तीय वर्ष प्रारंभ होने पर अमूमन अप्रैल महीने में स्वीकृत किया जाता है। आगरा कॊलेज में न जाने ऐसी क्या हड़बड़ी थी कि वित्तीय वर्ष समाप्त होने से लगभग पौने दो महीने पहले ही अगले वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट पास कराने की कोशिशें की गईं।  आगरा। वित्तीय वर्ष समाप्त होने से पहले ही अगले वित्तीय वर्ष का आगरा कॊलेज का बजट पास कराने का प्रयास विफल हो गया। आगरा कॊलेज की ओर से प्रबंध समिति के अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार सिंह (मंडलायुक्त) के समक्ष 42 करोड़ का बजट प्रस्तुत किया गया, लेकिन मंडलायुक्त ने केवल बिजली और पानी के बिल चुकाने के साथ ही जरूरी खर्चों का बजट ही ओके किया। आवश्यक खर्चों का बजट भी अगले दो महीने का ही पास किया। 

Feb 6, 2025 - 13:45
 0
आगरा कॊलेज को अगले वर्ष का बजट पास कराने की हड़बड़ी क्यों थी?

-मंडलायुक्त ने केवल बिजली और पानी के बिलों के साथ जरूरी खर्चे के लिए धन मंजूर किया, आगरा कॊलेज के शिक्षक मिले थे 

इस हड़बड़ी की भनक आगरा कॊलेज स्टाफ क्लब को भी लग गई थी। कॊलेज के कई शिक्षकों ने इसे लेकर मंडलायुक्त से भेंट की और उन्हें अवगत कराया कि वित्तीय वर्ष समाप्त होने से पहले अगले वर्ष का बजट पास कराना अनुचित होगा। इन शिक्षकों ने आशंका जताई कि अगले वर्ष का बजट पास कराकर चालू वित्तीय वर्ष में ही पांच-छह करोड़ के निर्माण संबंधी कुछ ऐसे भुगतान किए जाने की तैयारी है, जो जांच के बाद घोटाला साबित हो चुके हैं। 

बताया जाता है कि शिक्षकों से यह जानकारी मिलने के बाद कॊलेज प्रबंध समिति के अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार सिंह (मंडलायुक्त) पहले ही चौकन्ने थे। बीते कल वही हुआ, जिसकी आशंका शिक्षकों ने जताई थी। मंडलायुक्त के समक्ष अगले वित्तीय वर्ष का 42 करोड़ का बजट प्रस्तुत किया गया। इस पर मंडलायुक्त ने ऐतराज जताया और कहा कि इसे नये वित्तीय वर्ष में सामान्य बजट की तरह लेकर आएं।

पानी-बिजली के बिल भुगतान को दी मंजूरी

मंडलायुक्त ने टोरंट पॊवर के बिजली बकाया के लगभग डेढ़ करोड़ और जल संस्थान के पानी के बिल के एक करोड़ रुपये से ज्यादा के भुगतान को हरी झंडी दे दी। साथ ही शर्त भी लगा दी कि ये भुगतान भी वेरीफाई करने के बाद ही किए जाएं। इसके अलावा मंडलायुक्त ने कॊलेज के रुटीन के छोटे-मोटे खर्चों के लिए ही अगले दो महीने के लिए कुछ धनराशि मंजूर की।

...तो कट जाती आगरा कॊलेज की बिजली

आगरा कॊलेज अगर जल्द ही टोरंट पॊवर का बिजली का बिल न चुकाता तो कॊलेज की बिजली कट जाती। टोरंट पॊवर का कॊलेज पर लगभग डेढ़ करोड़ रुपये बकाया है। इससे ये भी सवाल उठ रहा है कि पूर्व प्राचार्य डॊ. अनुराग शुक्ल ने इतने लम्बे समय तक विद्युत बिल का भुगतान क्यों नहीं किया।

विवादित है पांच-छह करोड़ का पेमेंट

आगरा कॊलेज के शिक्षकों ने निर्माण कार्य संबंधी जिस पांच-छह करोड़ के पेमेंट की आशंका जताई थी, वह कॊलेज में टायलेट ब्लॊक के निर्माण में हुए घोटाले से संबंधित है। ये टॊयलेट ब्लॊक कॊलेज के बर्खास्त किए जा चुके प्रिंसिपल डॊ. अनुराग शुक्ल के कार्यकाल में बनाया गया था। इस पर 18.32 करोड़ का खर्च दिखाया गया। पांच-छह करोड़ को छोड़ शेष भुगतान पहले ही किया जा चुका है।

डॊ. अनुराग शुक्ल को जब प्रिंसिपल पद से निलंबित किया गया था, तब कार्यवाहक प्राचार्य डॊ. सीके गौतम के समय में चार वरिष्ठ प्रोफेसर्स की कमेटी ने टायलेट ब्लॊक के निर्माण पर आई लागत की जांच की थी, जिसमें पाया गया था कि इस निर्माण पर अनाप-शनाप खर्चा दिखाया गया है।

 

SP_Singh AURGURU Editor