उधार लिए पैसे क्यों नहीं लौटाए, कोर्ट ने विपक्षी को किया तलब
आगरा। चार साल पहले व्यापार के नाम पर पांच लाख रुपये उधार लेकर वापस न लौटाने पर पीड़ित ने न्यायालय की शरण ली है। वादी द्वारा दाखिल परिवाद पर एसीजेएम पंचम मयूरेश श्रीवास्तव ने विपक्षी को तलब करने का आदेश दिया है।
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वादी दीपक कुमार रेड्डी निवासी कबीर कुंज फेस वन, दयालबाग ने एसीजेएम पंचम मयूरेश श्रीवास्तव की कोर्ट में एक परिवाद प्रस्तुत कर कहा कि एल-19, प्रतीक एनक्लेव कमला नगर निवासी प्रदीप मिधा से उसकी काफी लंबे समय से अच्छी जान पहचान थी। प्रदीप ने चार वर्ष पहले वादी के घर पर आकर अपने व्यापार के लिए पांच लाख रुपये व्यापार की सख्त जरूरत बताते हुए उधार लिए। उधार लेते वक्त वादी को विश्वास दिलाया कि एक साल के अंदर सारी रकम लौटा देगा।
वादी के अनुसार एक साल बीत जाने के बाद भी विपक्षी ने धनराशि वापस नहीं की तो वादी ने तगादा किया। तब कोरोना काल का बहाना बनाकर विपक्षी टालता रहा। ज्यादा मांगने पर 10 जून 2023 को विपक्षी ने वादी को एक चेक दिया। जब वादी ने पंजाब नेशनल बैंक शाखा सूर्यनगर आगरा के खाते में भुगतान के लिए चेक प्रस्तुत किया तो यह चेक 3 अगस्त 2023 को बाउंस हो गया।
चेक बाउंस होने की सूचना वादी ने व्यक्तिगत रूप से आरोपी को दी। इस पर विपक्षी ने कहा कि इलाहाबाद बैंक का विलय दूसरे बैंक में हो गया था, इसलिए चेक वापस आ गया है। वादी ने नगद में भुगतान मांगा तो स्पष्ट रूप से इनकार कर दिया गया।
इसके बाद वादी ने अपने अधिवक्ता राजीव कांत गौतम की मार्फत 21 जून 2023 को एक रजिस्टर्ड नोटिस भेजा, लेकिन उसके बावजूद भी ना तो रुपया दिया और ना ही नोटिस का कोई जवाब दिया। इसके बाद पीड़ित ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।