भारत पर अमेरिकी आरोप में कितना है दम?
नई दिल्ली। यह एक अजीब कहानी है। इसमें कुछ भी साफ नहीं है लेकिन भारत पर एक बड़ा आरोप लगाया गया है। इसमें सच्चाई तो कुछ स्पष्ट नहीं दिखता है लेकिन इसमें बताया गया है कि एक टारगेट सेट है, जिसे मारने के लिए किलर को हायर किया गया है। इसमें एक सीक्रेट एजेंट है, जो टारगेट को शूट करने के लिए डील करता है। यह सब अमेरिका में हुआ। इस टारगेट को मारने के लिए जिस किलर को हायर किया गया है, वह अमेरिकी सीक्रेट एजेंट था। ऐसे में इस मर्डर का पूरा प्लान ही फेल हो गया।
इसमें तीन किरदार हैं। गुरपतवंत सिंह पन्नू, जो भारत का वांटेड आतंकी है। निखिल गुप्ता, जिस पर पन्नू के मर्डर की साजिश में शामिल होने का आरोप है। विकास यादव, जिसे अमेरिकी सीक्रेट सर्विस एफबीआई, भारतीय खुफिया एजेंसी रा का एजेंट और मास्टरमाइंड बता रही है। पन्नू की हत्या की साजिश के मामले में अमेरिकी कोर्ट ने दो लोगों को आरोपी बनाया था। इसमें निखिल गुप्ता और सीसी1 नाम का एक शख्स शामिल था। अब एफबीआई ने सीसी1 को ही विकास यादव बताया है। उनकी भारतीय सेना की वर्दी में फोटो भी जारी की गई है।
अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट ने निखिल गुप्ता और विकास यादव के बीच हुई बातचीत का ब्योरा उजागर किया है। इसमें पन्नू के मर्डर की डील से लेकर किलर हायर करने तक की पूरी बात है। रिपोर्ट में खालिस्तान टाइगर फोर्स के कमांडर हरदीप सिंह निज्जर का भी जिक्र है, जिसे 18 जून, 2023 को कनाडा में गोली मार दी गई थी।
निखिल और विकास की बातचीत का ब्योरा सोशल मीडिया पर उपलब्ध हैं। दोनों के बीच ज्यादातर चैट अंग्रेजी में होती थी। कभी-कभी वे हिंदी में वॉइस नोट्स भी भेजते थे। वहीं, निखिल गुप्ता और अंडर कवर एजेंट अंग्रेजी के साथ स्पेनिश में बात करते थे।
पन्नू के मर्डर की साजिश छह मई, 2023 से शुरू हुई थी और 29 जून को निखिल की गिरफ्तारी से खत्म हो गई। विकास यादव ने निखिल गुप्ता को भरोसे में ले लिया। इसके बाद 29 मई, 2023 को निखिल गुप्ता ने अपने सोर्स से फोन पर बात की। उससे पूछा कि ऐसा कौन है, जो अमेरिका में किसी का मर्डर कर सकता है।
सोर्स ने अपने कॉन्टैक्ट में से ऐसे शख्स की तलाश करने की बात कही। फिर उसने एक कॉन्ट्रैक्ट किलर का पता लगाया। किलर बनकर मिला ये शख्स, असल में एफबीआई का अंडरकवर एजेंट था। वो मर्डर करने के लिए तैयार हो गया। मर्डर के लिए 29 जून, 2023 की तारीख तय हुई, लेकिन एजेंट पन्नू की हत्या के बजाय पूरा केस पलट दिया। उसकी दी जानकारी पर अगले दिन निखिल गुप्ता को चेक रिपब्लिक में अरेस्ट कर लिया गया।
एफबीआई की रिपोर्ट में दावा है कि विकास यादव के कहने पर निखिल गुप्ता ने कॉन्ट्रैक्ट किलर हायर किया। वे उसे समय-समय पर टारगेट की डिटेल भेजते थे। एफबीआई ने अपनी रिपोर्ट में टारगेट का नाम उजागर नहीं किया है। माना जा रहा है कि ये गुरपतवंत सिंह पन्नू ही है। टारगेट को लॉयर बताया गया। पन्नू भी लॉयर है और सिख फॉर जस्टिस का लीगल एडवाइजर है। तय हुआ कि निखिल गुप्ता का सोर्स किसी साथी के जरिए टारगेट से कॉन्टैक्ट करेगा। उसे केस में सलाह लेने के बहाने बुलाएगा और उसकी हत्या कर देगा। 29 मई, 2023 को निखिल गुप्ता ने अपने सोर्स को मैसेज भेजा। उसे बताया कि टारगेट ज्यादातर न्यूयॉर्क में रहता है। उसी वक्त टारगेट का नाम और उससे जुड़ी जानकारियां भेजी गईं।
एफबीआई की रिपोर्ट में दावा है कि मर्डर के लिए एक लाख डॉलर में डील तय हुई थी। बाद में इसे बढ़ाकर 1.5 लाख डॉलर कर दिया गया। इस बारे में निखिल गुप्ता और विकास यादव के बीच बात हुई थी। चैट में विकास यादव ने लिखा कि हम 1.5 लाख डॉलर पेमेंट करने के लिए तैयार हैं। ये ऑफर इस पर डिपेंड करता है कि काम की क्वालिटी कैसी होगी और इसे कितनी जल्दी अंजाम दिया जाएगा। विकास यादव से चैट का स्क्रीनशॉट निखिल गुप्ता ने अपने सोर्स को भेजा था। सोर्स ने वही स्क्रीनशॉट कॉन्ट्रैक्ट किलर को फॉरवर्ड कर दिया।
थोड़ी देर बाद सोर्स ने निखिल गुप्ता को रिप्लाई किया। इसका स्क्रीनशॉट निखिल गुप्ता ने विकास यादव को चैट पर भेजा। इसमें लिखा था कि सोर्स एक लाख डॉलर की डिमांड अभी कर रहा है। विकास यादव ने पहले ओके लिखा। फिर लिखा कि इतना एडवांस पेमेंट अभी संभव नहीं है। काम पूरा करने के 24 घंटे के अंदर पूरी पेमेंट कर दी जाएगी।
निखिल गुप्ता ने सोर्स को एक मोबाइल ऐप्लिकेशन के बारे में भी बताया। इससे जीपीएस की मदद से किसी खास जगह की फोटो ले सकते हैं। ऐप से टारगेट की लोकेशन पर नजर रखने और डिटेल लेने के बारे में बताया। इस मोबाइल ऐप्लिकेशन के बारे में विकास गुप्ता ने 25 मई को निखिल गुप्ता को जानकारी दी थी। निखिल गुप्ता ने सोर्स से बात की। ये बातचीत ऑडियो कॉल पर हुई थी। निखिल गुप्ता ने कहा कि अगर ये काम सही तरीके से पूरा हो गया, तब मैं तुम्हें अपने चीफ से मिलवाऊंगा।
अगले दिन निखिल गुप्ता ने विकास यादव को मैसेज किया। इसमें लिखा था कि अभी मेरे सहयोगियों के पास न्यूयॉर्क में इतना फंड नहीं है कि एडवांस पेमेंट कर सकूं। आगे दोनों के बीच किसी के साथ मिलकर पैसों के इंतजाम करने पर बात हुई।
एफबीआई की रिपोर्ट में दावा है कि विकास यादव के जरिए एक शख्स की एंट्री हुई। उसी ने पैसों का इंतजाम किया। फिर वो शख्स 9 जून, 2023 को मैनहटन में कॉन्ट्रैक्ट किलर, यानी अंडरकवर एजेंट से मिला। ये मुलाकात अंडरकवर एजेंट की कार में हुई थी। उसी समय निखिल गुप्ता ने वीडियो कॉल पर एजेंट से बात की। रिपोर्ट में दावा है कि तब निखिल गुप्ता की लोकेशन भारत में थी। कार में ही एजेंट को एडवांस के तौर पर 15 हजार डॉलर दिए गए है। इसकी फोटो भी एफबीआई ने जारी की है।
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