क्या अखिलेश यादव को हाउस अरेस्ट किया गया है?

समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण की आज जयंती है। उनको श्रद्धाजंलि देने के लिए सपा मुखिया अखिलेश यादव गोमती नगर स्थित जेपी एनआईसी जाने का ऐलान कर चुके थे। इससे पहले ही उनके आवास पर लखनऊ पुलिस ने बैरिकेडिंग कर दी। आवास के सामने भारी पुलिसबल तैनात कर दिया गया है। इसके विरोध में सपा नेता और कार्यकर्ता सुबह से बैरिकेड्स पर चढ़कर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच, सपा मीडिया सेल ने सोशल मीडिया पर पोस्टइ कर यूपी सरकार से पूछा है कि क्या, अखिलेश यादव को हाउस अरेस्ट किया गया है? इस बीच, वरिष्ठय सपा नेता शिवपाल यादव इटावा से लखनऊ के लिए निकले लेकिन उनको पुलिस और प्रशासन ने रास्ते से ही वापस लौटा दिया है।

Oct 11, 2024 - 12:12
Oct 11, 2024 - 12:45
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क्या अखिलेश यादव को हाउस अरेस्ट किया गया है?

लखनऊ। अखिलेश यादव ने भी एक्स पर विरोध जताया है। उन्‍होंने लिखा है कि भाजपा के लोग हों या इनकी सरकार, इनका हर काम नकारात्मकता का प्रतीक है। पिछली बार की तरह समाजवादी लोग कहीं जय प्रकाश नारायण जी की जयंती पर उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण करने न चले जाएं, इसीलिए उन्हें रोकने के लिए हमारे निजी आवास के आसपास बैरिकेडिंग कर दी गई है।' वहीं, अखिलेश यादव के चाचा और वरिष्‍ठ सपा नेता शिवपाल यादव ने भी नाराजगी जताई है। उन्‍होंने एक्स पर लिखा है कि सत्ता के मद में चूर भाजपा लोकतंत्र की बैरिकेडिंग करना चाहती है । सत्ता का तंत्र कभी लोक के तंत्र पर भारी नहीं हो सकता। अतीत से सबक लीजिए सरकार! लोकतंत्र में तानाशाही लंबी नहीं चलती।

दूसरी ओर, सपा मीडिया सेल ने आगे लिखा है कि क्या लोकतंत्र के लोकनायक, आजादी की लड़ाई के महान क्रांतिकारी, समाजवादियों के प्रेरणास्रोत जेपी जी की मूर्ति पर माल्यार्पण करने से क्यों रोक रही है सरकार? कायस्थ बिरादरी से आने वाले बड़े नेता जयप्रकाश नारायण जी का अपमान कर रही है भाजपा/योगी सरकार। जातिवादी ठाकुर योगी सरकार में क्रांतिकारियों और लोकतंत्रवादियों का अपमान होता है और स्वजातीय बलात्कारी चिन्मयानंद और सेंगर जैसों का सम्मान करते हैं सीएम योगी? कोई शर्म बाकी है सरकार और सीएम में? अखिलेश यादव जी के घर और सपा दफ्तर के बाहर योगी/भाजपा सरकार द्वारा लगाए जा रहे ये बैरिकेड्स भाजपा/योगी सरकार के ताबूत की आखिरी कील साबित होंगे क्योंकि इन बैरिकेड्स से समाजवादी नहीं डरते।

अखिलेश यादव कल रात ही अपने काफिले के साथ जेपी एनआईसी पहुंच गए थे। वहां गेट पर उन्‍हें चादर की टीन लगी मिली। इस पर वे वापस लौट आए। पिछले साल भी अखिलेश यादव ने गेट फांदकर अंदर प्रवेश कर लिया था और जयप्रकाश नारायण को श्रद्धाजंलि दी थी। इस मौके पर अखिलेश ने कहा कि इस जनविरोधी सरकार ने लखनऊ में बने जेपीएनआईसी जैसे विकास कार्य को बर्बाद करके महापुरुषों का अपमान किया है। समाजवादी इन तानाशाहों के आगे झुकेंगे नहीं। किसी को नमन करने या श्रद्धांजलि देने से रोकना सुसभ्य लोगों की निशानी नहीं।

त्योहार न होता तो हम बैरीकेडिंग तोड़ देते- अखिलेश
लखनऊ। जय प्रकाश नारायण की जयंती पर उत्तर प्रदेश में जबरदस्त सियासी हंगामा देखने को मिला है। जेपीएनआईसी बिल्डिंग के अंदर जाकर जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा की जगह अखिलेश यादव ने घर के बाहर ही माल्यार्पण किया। इस दौरान उनके साथ नेता विपक्ष माता प्रसाद पांडेय, सपा नेता राजेंद्र चौधरी समेत कई लोग मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि कब तक पुलिस घर के बाहर खड़ी रहेगी। पुलिस जाएगी तो हम फिर वहां जाकर माल्यार्पण करेंगे। अखिलेश यादव ने कहा कि अगर आज त्योहार नहीं होता तो हम बैरीकेडिंग तोड़ देते। यह सरकार गूंगी, बहरी और अंधी हो गई है।

केंद्र सरकार से समर्थन वापस लें नीतीश- सपा प्रमुख

अखिलेश यादव ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार से बड़ी अपील की है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार भी उन्हीं जेपी आंदोलन से आते हैं, जिसने देश में बड़ा आंदोलन किया। वो भी यह देख रहे होंगे। उन्हें चाहिए कि जो लोग जेपी की जयंती नहीं मनाने दे रहे हैं, उनसे समर्थन वापस ले लें। उन्हें इसी समय भाजपा से गठबंधन तोड़ लेना चाहिए। जिस समय इसका शिलान्यास किया गया था, उस समय यही कोशिश थी कि यह देश का सबसे अच्छा सेंटर बने जिसपर समाजवादी लोग इकट्ठा हो सकें। इस सरकार ने जानबूझकर रोका है और साजिश ये है कि इस वर्ल्ड क्लास सेंटर को बेच दिया जाए।

 

निर्माण का कार्य के कारण रोका गया - सरकार

लखनऊ। इस मामले में यूपी सरकार का कहना है कि जेपी एनआईसी में निर्माण का काम चल रहा है। इसके साथ ही वहां जंगल और झाड़ियां हैं, जिसमें जंगली पशुओं के होने की आशंका है। प्रशासन का कहना है कि चूंकि अखिलेश यादव वीआईपी हैं और उनका वहां जाना खतरनाक था, इसलिए उन्हें रोका गया था। लेकिन उन्होंने प्रशासन की बात नहीं मानी थी, इसलिए उनके घर को बैरीकेडिंग कर उन्हें रोका गया। 

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