भाजपा में वह हो रहा जो कभी नहीं हुआ, दो गुट गैंगवार की तरफ बढ़े
आगरा। अपने कार्यकर्ताओं के अनुशासन और संस्कार के लिए दूसरे दलों से अलग पहचान रखने वाली भारतीय जनता पार्टी के दो गुटों का विवाद अब गैंगवार की तरफ बढ़ रहा है। यमुना पार क्षेत्र के सीता नगर मंडल में भारतीय जनता युवा मोर्चा के दो युवा नेताओं की वर्चस्व की जंग खूनी रंजिश में बदल चुकी है। जब जिसे मौका मिल रहा है, एक-दूसरे पर हमला बोल रहा है। पुलिस में कई मुकदमे दर्ज हो चुके हैं।
-यमुना पार के सीता नगर मंडल में सचिन भदौरिया और पिंटू गुप्ता के बीच वर्चस्व की जंग
यहां से शुरू हुई पिंटू और सचिन की अदावत
सीता नगर मंडल में भारतीय जनता युवा मोर्चा में यह धड़ेबंदी पिछले कई महीने से चली आ रही है। यहां युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष सचिन भदौरिया बनाए गए थे। उनके सक्रिय न रहने पर पार्टी ने पिंटू गुप्ता को इस मंडल में युवा मोर्चा का संयोजक बनाकर उनसे काम लेना शुरू कर दिया था। यहीं से पिंटू गुप्ता और सचिन भदौरिया के बीच अदावत शुरू हो गई थी।
पिछले दिनों भाजपा के मंडल इकाइयों के चुनाव के दौरान भी दोनों गुटों के बीच भिड़ंत हो गई थी। तब भी मामला थाने तक पहुंचा था। इससे पहले भी पिंटू गुप्ता के घर में घुसकर उनके परिवारीजनों से मारपीट की घटना हो चुकी थी, जिसमें भी मुकदमा दर्ज हो चुका है।
ताजा हमले में एक गुट के तीन अस्पताल में भर्ती
ताजा मामला भी इन्हीं दोनों गुटों के बीच की रार का परिणाम है। सचिन भदौरिया ग्रुप के पंकज ठाकुर ने सोशल मीडिया पर पिंटू के लिए गालीगलौज का इस्तेमाल किया तो पिंटू अपने समर्थकों के साथ पंकज ठाकुर के घर पहुंचा, लेकिन पंकज वहां नहीं मिला। इसकी जानकारी पंकज को मिली तो वह अपने समर्थकों के साथ पिंटू गुप्ता के समर्थक दीपू सेंगर की पीलाखार में स्थित ट्रांसपोर्ट दफ्तर पर जा पहुंचा और वहां मौजूद दीपू सेंगर, नागेंद्र और ओम प्रताप के साथ बुरी तरह मारपीट कर दी। ये तीनों अस्पताल में भर्ती कराने पड़े हैं।
इनके खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा
इस मामले में दीपू सेंगर के भाई कौशल द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमे में पंकज ठाकुर के अलावा सौरभ ठाकुर, सचिन भदौरिया, सचिन, शिब्बू, जैकी, अर्जुन शर्मा, अर्जुन गौतम, दीपक राठौर, जयपाल सिंह, विशाल ठाकुर, पप्पू को नामजद किया है। इन आरोपियों में सचिन भदौरिया व पंकज ठाकुर भारतीय जनता युवा मोर्चा से जुड़े हुए हैं।
भारतीय जनता युवा मोर्चा के ये दोनों गुट भाजपा के ही दो बड़े नेताओं से जुड़े हुए हैं। जिस तरह से दोनों गुटों के बीच रार बढ़ रही है, वह इन्हें गैंगवार की ओर ले जा रही है। पुलिस की मजबूरी यह है कि सत्ता पक्ष का होने के कारण वह ज्यादा सख्ती नहीं दिखा पाती क्योंकि सख्ती करते ही भाजपा के बड़े नेताओं का दखल हो जाता है।
ट्रांसपोर्ट कंपनी दफ्तर पर मौजूद था पिंटू
पंकज ठाकुर और उसके समर्थकों ने जिस समय पीलाखार में दीपू सेंगर की ट्रांसपोर्ट कंपनी के दफ्तर पर हमला बोलकर वहां बैठे तीन लोगों को लहूलुहान किया था, उससे कुछ समय पहले तक वहां पिंटू गुप्ता भी मौजूद था। इन लोगों के हमला करने से कुछ देर पहले ही पिंटू गुप्ता वहां से चला आया था। पिंटू भी वहां मिल जाता तो वह भी इस हमले का शिकार हो जाता।