किसान दिवस में अधिकारियों के न आने पर हंगामा
आगरा। किसान दिवस में कृषि विभाग को छोड़कर अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के न आने और अन्य समस्याओं को लेकर किसानों ने जमकर हंगामा काटा।
बिचपुरी स्थित कृषि विज्ञान केंद्र पर आयोजित किसान दिवस में किसानों ने डीएपी, नहरों में टेल तक पानी और सफाई में अनियमितता सहित अन्य समस्याओं को लेकर जमकर हंगामा काटा। भारतीय किसान संघ के प्रदेश मंत्री मोहन सिंह चाहर और श्यामवीर सिंह चाहर का कहना था कि शासनादेश के अनुसार जिलाधिकारी, सीडीओ सहित सभी विभागों के जिले स्तर के आधिकारियों का किसान दिवस में आना अनिवार्य है, लेकिन कृषि विभाग को छोड़कर सभी विभागों के अधिकारियो ने अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को भेज दिया।
उन्होंने कहा कि विद्युत विभाग से तो कोई भी उपस्थित नहीं था। किसान नेताओं ने कहा कि इस मामले की शासन को शिकायत भेजी जाएगी। किसान नेता मोहन सिंह चाहर ने डीएपी की किल्लत पर अधिकारियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि किसानों को पर्याप्त मात्रा में डीएपी, एसएसपी, एनपी के खाद उपलब्ध कराया जाए। अधिकारी कहते हैं कि खाद की कमी नहीं है, फिर सहकारी समितियों पर किसान लाइन में क्यों खड़े हैं। उन्होंने नहरों में भी टेल तक अविलंब पानी उपलब्ध कराने की भी मांग उठाई।
किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने कहा कि अधिकारियों ने किसान दिवस को औपचारिकता बना दिया है। किसान दिवस में शामिल विभागों के जिले स्तर के अधिकारी उपस्थित रहने चाहिए। उन्होंने नहर रजवाह माइनरों की सफाई में अनियमितता की जांच करने की मांग की। कृषि वैज्ञानिकों एवं कृषि अधिकारियों द्वारा किसानों को सरकार की किसान हित में योजनाओं की जानकारी दी।
किसान दिवस में उप निदेशक कृषि पुरुषोत्तम मिश्रा, कृषि विभाग केंद्र प्रभारी डा राजेंद्र सिंह चौहान, डा भोजकुमार, आदर्श कुमार, पंकज अग्रवाल, प्रदीप शर्मा, लक्ष्मीनारायण सिंह, महावीर प्रधान, कालू यादव, करतार सिंह, रामनिवास, जितेंद्र सिंह, देवेंद्र त्यागी, हरेंद्र सिंह, पवन कुमार, वीरेंद्रपाल सिंह, आनंद कुमार आदि उपस्थित रहे।
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