ट्रम्प ने सभी सात स्विंग स्टेट्स जीते कुल 312 सीटें मिलीं
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के सभी नतीजे सामने आ गए हैं। डोनाल्ड ट्रम्प ने शनिवार को अमेरिकी राज्य एरिजोना में भी जीत हासिल कर ली। इसके साथ ही उन्होंने सभी सात स्विंग स्टेट्स जीत लिए हैं। एरिजोना की 11 सीटें (इलेक्टोरल वोट) भी उनके खाते में आ गई हैं।
राष्ट्रपति चुनाव में ट्रम्प की रिपब्लिकन पार्टी ने 50 राज्यों की 538 में से 312 सीटें जीती हैं। वहीं डेमोक्रेटिक पार्टी की कमला हैरिस कड़ी टक्कर देने के बावजूद 226 सीटें ही जीत पाई हैं। राष्ट्रपति चुनाव में कुल 538 सीटें होती हैं। बहुमत के लिए 270 का आंकड़ा जरूरी होता है।
एरिजोना की गिनती अमेरिका के स्विंग स्टेट्स में होती है। यहां जीत का अंतर बेहद कम होता है। हालांकि पिछले 70 सालों में डेमोक्रेटिक पार्टी यहां सिर्फ दो बार ही जीत पाई है। 2020 में जो बाइडेन ने एरिजोना में जीत हासिल की थी। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन 13 नवंबर को अगले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से व्हाइट हाउस में मुलाकात करेंगे। दोनों के बीच ये मुलाकात भारतीय समयानुसार रात 9:30 बजे होगी। व्हाइट हाउस ने इसकी जानकारी देर रात दी।
अमेरिका में ये परंपरा रही है कि वर्तमान राष्ट्रपति चुनाव के बाद अगले राष्ट्रपति के साथ व्हाइट हाउस में औपचारिक मुलाकात करते हैं। इस मुलाकात को सत्ता सौंपने की प्रकिया की शुरुआत के तौर पर देखा जाता है। हालांकि जब डोनाल्ड ट्रम्प 2020 में जो बाइडेन के हाथों राष्ट्रपति चुनाव हार गए थे, तो उन्होंने बाइडेन को मुलाकात के लिए आमंत्रित नहीं किया था।
राष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद बुधवार को ही राष्ट्रपति बाइडेन ने ट्रम्प को फोन पर जीत के बधाई दी थी। इसके एक दिन बाद यानी गुरुवार को बाइडेन में चुनाव में हुई पर बयान दिया। इस बयान में बाइडेन ने बताया कि उन्होंने ट्रम्प को शांति पूर्वक सत्ता सौंपने का आश्वासन दिया है। बाइडेन ने कहा कि उन्होंने अपनी टीम को निर्देश दिया है कि ट्रम्प के सत्ता सौंपने में पूरी तरह मदद की जाए। ये अमेरिकी जनता का हक है।
डोनाल्ड ट्रम्प चार साल बाद दूसरी बार सत्ता में वापसी करने जा रहे हैं। उन्होंने बुधवार को अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को राष्ट्रपति चुनाव में हराया। डोनाल्ड ट्रम्प ग्रोवर क्लीवलैंड के बाद पहले ऐसे पूर्व राष्ट्रपति हैं जिन्होंने हार के बाद सत्ता में वापसी की है। इससे पहले 1892 के चुनाव में ग्रोवर क्लीवलैंड ने भी हार के बाद दोबारा सत्ता में वापसी की थी।
अमेरिका में राष्ट्रपति पद के साथ संसद के दोनों सदन सीनेट और हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव के भी चुनाव हुए हैं। सीनेट भारत की राज्य सभा और हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव लोकसभा की तरह है। सीनेट ऊपरी सदन है। इसकी 100 सीटों में हर राज्य के लिए 2 सीटों की हिस्सेदारी है। सीनेट की एक तिहाई सीटों पर हर 2 साल में चुनाव होते हैं। इस बार 34 सीटों पर चुनाव हुए। ताजा नतीजों के साथ रिपब्लिकन पार्टी ने 52 सीटें हासिल कर ली हैं, जो बहुमत के बराबर हैं। इससे पहले उसके पास 49 सीटें थीं। अमेरिका में सीनेट ज्यादा ताकतवर है, क्योंकि इसे महाभियोग और विदेशी समझौतों जैसे अहम मसलों को मंजूर या नामंजूर करने का अधिकार होता है। इसके सदस्य सीनेटर कहलाते हैं, जो 6 साल के लिए चुने जाते हैं, जबकि हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में मेंबर सिर्फ दो साल के लिए चुने जाते हैं।
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