प्रदेश में पर्यटन को नई ऊंचाई पर ले जाने के होंगे प्रयास
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पर्यटन को विश्व पटल पर स्थापित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर व्यापक स्तर पर कार्यवाही को अंजाम दिया जा रहा है। सरकार के प्रयासों से विगत कुछ वर्षों में धार्मिक पर्यटन में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। ऐसे में पर्यटन विभाग के बढ़ते दायरे को देखते हुए और प्रदेश के पर्यटन को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए योगी सरकार ने विभाग में संगठनात्मक पुनर्गठन का निर्णय लिया है।
इसके तहत निदेशक पर्यटन सहित कुल 100 पदों को सृजित किया जाएगा, जबकि कुछ पदों का उच्चीकरण तो कुछ अनुपयोगी पदों को खत्म किया जाएगा। योगी कैबिनेट पहले ही इस प्रस्ताव को मंजूर कर चुकी है और अब पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने महानिदेशक पर्यटन को इस पर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।
प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम के अनुसार, संगठनात्मक पुनर्गठन के तहत निदेशक पर्यटन का एक पद सृजित होगा। इस पर विशेष सचिव स्तर के पीसीएस या आईएएस की तैनाती होगी। निदेशक पर्यटन (ईको टूरिज्म) का भी एक पद सृजित किया जाएगा, जिस पर उप वन संरक्षक स्तर के आईएफएस अधिकारी तैनात होंगे। अपर निदेशक का एक पद पदोन्नति से भरा जाएगा, जिसके लिए संयुक्त निदेशक के पद पर न्यूनतम 4 वर्ष की सेवा पूर्ण किया जाना अनिवार्य होगा। इसी तरह, जिला पर्यटन अधिकारी के 59 पदों पर भी नियुक्ति की जाएगी। इसमें 50 प्रतिशत सीधी भर्ती होगी तो 50 प्रतिशत पद पदोन्नति से भरे जाएंगे। वहीं, अपर जिला पर्यटन अधिकारी के 38 पदों को पदोन्नति के माध्यम से भरा जाएगा। इसके अतिरिक्त 120 ऐसे पद हैं, जिन्हें बढ़ाकर 203 किया जाना है, जबकि 36 पदों को अनुपयोगी होने के कारण खत्म किया जाएगा।
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