ईरान के शीर्ष नेता खामेनेई ने फिर की भारत के खिलाफ टिप्पणी, भारत ने कहा-पहले गिरेबान में झांकें खामेनेई

तेहरान। पश्चिमी देशों के कड़े प्रतिबंध झेल रहे ईरान सुधरने का नाम ही नहीं ले रहा है। यहां के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई ने एक्स पर भारत के मुसलमानों को पीड़ित बता दिया। खामेनेई को ये बात ऐसे समय में भी समझ नहीं आ रही है कि भारत ही है, जो उसके साथ इस मुश्किल घड़ी में साथ खड़ा है। ईरानी सुप्रीम लीडर ने एक्स पर एक पोस्ट में गाजा और म्यांमार के साथ भारत के मुसलमानों को भी पीड़ित बता दिया।

Sep 17, 2024 - 14:09
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ईरान के शीर्ष नेता खामेनेई ने फिर की भारत के खिलाफ टिप्पणी, भारत ने कहा-पहले गिरेबान में झांकें खामेनेई

स्वाभाविक तौर पर खामेनेई की इस टिप्पणी पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। विदेश मंत्रालय ने इसे गलत सूचना पर आधारित और अस्वीकार्य करार दिया। इसके साथ ही भारत ने कहा कि उन्हें अपने देश में अल्पसंख्यकों की हालत देखना चाहिए। यह पहली बार नहीं है जब खामेनेई ने भारत में मुसलमानों या दूसरे मामले को लेकर टिप्पणी की है। वे पहले भी ऐसा करते रहे हैं।

 

खामेनेई ने एक्स पर लिखा कि इस्लाम के दुश्मनों ने हमेशा हमें इस्लामी उम्मा के रूप में हमारी साझा पहचान के प्रति उदासीन बनाने की कोशिश की है। अगर हम म्यांमार, गाजा, भारत या किसी अन्य जगह पर एक मुसलमान की तकलीफ से अनजान हैं, तो हम खुद को मुसलमान नहीं मान सकते।

 

इस पर भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा क हम ईरान के सर्वोच्च नेता की भारत के अल्पसंख्यकों के बारे में की गई टिप्पणियों की कड़ी निंदा करते हैं। ये गलत सूचना पर आधारित और अस्वीकार्य हैं। अल्पसंख्यकों पर टिप्पणी करने वाले देशों को सलाह दी जाती है कि वे दूसरों पर टिप्पणी करने से पहले अपना रिकॉर्ड देख लें।


अगस्त 2019 में खामेनेई ने ट्विवटर पर एक पोस्ट में मुसलमानों की स्थिति के बारे में चिंता जताई थी। भारत सरकार ने 5 अगस्त 2019 को जम्मू और कश्मीर के विशेष दर्ज को खत्म कर दिया था। इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए खामेनेई ने लिखा कि हम कश्मीर के मुसलमानों की स्थिति को लेकर चिंतित हैं। हमारे भारत के साथ अच्छे संबंध हैं, लेकिन हम उम्मीद करते हैं कि भारत सरकार कश्मीर के महान लोगों के प्रति न्यायपूर्ण नीति अपनाएगी और इस क्षेत्र के मुसलमानों पर अत्याचार और उत्पीड़न को रोकेगी।


मार्च 2020 में एक और ट्वीट में उन्होंने लिखा था कि पूरी दुनिया के मुसलमान भारत में अल्पसंख्यक समुदाय की स्थिति को लेकर दुखी हैं। खामेनेई ने कहा कि भारत सरकार को इस्लामी दुनिया से भारत को अलग-थलग होने से रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए। 2018 में एक बयान में खामेनेई ने कहा था कि फिलिस्तीनी राष्ट्र और गाजा के घिरे हुए लोगों की सहायता करना, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, इराक और कश्मीर के लोगों के प्रति सहानुभूति और सहयोग को इस्लामिक उम्माह के कंधों पर महान जिम्मेदारी बताया था।

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