आज है बैकुंठ चतुर्दशी, जानिए क्या है महत्व और क्यों किया जाता है व्रत
आगरा। आज बैकुंठ चतुर्दशी का त्योहार है। इस दिन व्रत कर श्री विष्णु जी की पूजा की जाती है। यह व्रत कार्तिक शुक्ल पक्ष चतुर्दशी को मनाया जाता है।
ज्योतिषाचार्य डा. अरविंद मिश्र ने बताया कि इस तिथि को बैकुंठ वासी भगवान (श्री हरि विष्णु जी) की विधिवत् पूजा करके तथा स्नान आचमन करके भोग लगाएं। तत्पश्चात प्रसन्न मन से पुष्प, दीप, चंदन आदि सुगंधित पदार्थ से आरती करें।
बैकुंठ चतुर्दशी की कथा
एक बार नारद जी मृत्युलोक घूमकर बैकुंठ पहुंचे। भगवान श्री हरि विष्णु जी ने आने का कारण पूछा। नारद जी ने कहा भगवान! आपने अपना नाम तो कृपानिधान रख लिया है, किंतु इससे तो केवल आपके प्रिय भक्त ही तर पाते हैं। सामान्य नर नारी नहीं, इसलिए आप कृपा करके ऐसा सुलभ मार्ग बताएं बतावें जिससे मृत्युलोक के निम्नस्तरीय भक्त भी मुक्ति पा सकें।
इस पर भगवान बोले, हे नारद! सुनो कार्तिक शुक्ल पक्ष चतुर्दशी को जो नर और नारी व्रत का पालन करते हुए श्रद्धा भक्ति से पूजा करेंगे, उनको साक्षात स्वर्ग प्राप्त होगा। इसके बाद भगवान श्री हरि विष्णु जी ने अपने पार्षद जय विजय को बुलाकर कार्तिक चतुर्दशी को स्वर्ग का द्वार खोलने का आदेश दिया।
भगवान ने यह भी बताया कि इस दिन जो मनुष्य किंचित मात्र भी मेरा नाम लेकर पूजन करेगा, उसे बैकुंठ धाम मिलेगा।
What's Your Reaction?