तीन दिवसीय भारत नेपाल साहित्य-सांस्कृतिक महोत्सव वृंदावन में

वृंदावन। भारत और नेपाल के मध्य साहित्यिक और सांस्कृतिक विरासत को आगे बढाने के उद्देश्य से तीन दिवसीय भारत नेपाल साहित्य-सांस्कृतिक महोत्सव 2025 वृंदावन में होने जा रहा है। 21 से 23 मार्च तक उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्बारा संचालित गीता शोध संस्थान और रासलीला अकादमी वृंदावन में यह आयोजन होगा।

Mar 20, 2025 - 19:06
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तीन दिवसीय भारत नेपाल साहित्य-सांस्कृतिक महोत्सव वृंदावन में
भारत-नेपाल साहित्य-संस्कृति महोत्सव के लिए तैयार किया जा चुका वृंदावन का गीता शोध संस्थान।

 

 

 -गीता शोध संस्थान वृंदावन में होगा आयोजन, मंचन, संगोष्ठी, पुस्तक विमोचन, शोध पत्र वाचन होगा

महोत्सव में नेपाल से 80 और भारत के विभिन्न शहरों से 100 साहित्यकार, शिक्षाविद्, लेखक, कवि, पत्रकार आदि भाग लेने आ रहे हैं। इसमें अलग-अलग सत्र होंगे। कई पुस्तकों का विमोचन होगा। पुस्तकों की समीक्षा होगी। शोध पत्र वाचन, भारत-नेपाल के संबंधों पर परिचर्चा, नेपाल के विशिष्ट अतिथियों से साक्षात्कार आदि होंगे।

महोत्सव का शुभारंभ सत्र 21 मार्च  प्रातः 10 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक होगा। मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्याम बहादुर सिंह   मथुरा होंगे। अध्यक्षता नेपाल विश्वविद्यालय के कुलपति डा. घनश्याम न्यौपाने परिश्रमी होंगे।

प्रथम दिन नेपाली रंगमंच कर्मियों द्वारा लघु नाटक "गीतल प्रतिष्ठान तनहुं की प्रस्तुति की जाएगी। इसके उपरांत लघुकथा सत्र दोपहर 12:30 बजे से 02 बजे तक होगा। सत्र में भारत व नेपाल के लघु कथाकार बहुभाषी गजल गायक, कवि भाग लेंगे। इस मौके पर पञ्चाङ्ग, उदक, बाछिटा, टुक्का, खोरिया, झिल्का विधाओं की प्रस्तुति रहेगी। बहुभाषी कवि सम्मेलन सत्र का संचालन नेपाल के डॊ. देवी पंथी और इंदौर की शीतल देवयानी संयुक्त रूप से करेंगे।

इस संबंध में गीता शोध संस्थान एवं रासलीला अकादमी के समन्वयक ( जनसंपर्क, प्रकाशन व शोध) चंद्र प्रताप सिंह सिकरवार ने बताया कि इस बार महोत्सव का आयोजन गीता शोध संस्थान वृंदावन, क्रांति धरा साहित्य अकादमी मेरठ और नेपाल की संस्था 'चारु साहित्य प्रतिष्ठान' मिलकर करा रहे हैं। ये दोनों संस्थायें पिछले बीस वर्ष से महोत्सव का आयोजन कर रही हैं।

 

SP_Singh AURGURU Editor