मन्नू हत्याकांड अपडेट: जिनके हाथों में खेला, उन्हीं हाथों ने ले ली जान
आगरा। बरहन के कनराऊ में पांच साल के मन्नू हत्याकांड से जब पुलिस ने पर्दा उठाया तो हर कोई सुनकर दंग रह गया। किसी को कातिल पर भरोसा नहीं हो रहा था। खुद परिजन भी विश्वास नहीं कर पा रहे थे कि जिसने हाथों में पाला, उसने की जान ले ली। फिरौती वसूलने की नीयत से उसका अपहरण किया गया। रिश्ते की दादी ने पूरी भूमिका निभाई। पहले उसने नशील पकौडे़ खिलाए। पानी में नींद की गोली मिलाकर दे दी। जब वह बेहोश हो गया तो उसे बोरे में बंद करके ले गई। वह काफी देर तक नहीं जागा तो वह डर गई और फिर उसे जिंदा ही रजवाहा में फेंक दिया।
पुलिस ने महिला और उसके भाई को गिरफ़्तार किया। दोनों ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था। डीसीपी वेस्ट सोनम कुमार ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे से महिला का सुराग लगा और फिर सर्विलांस टीम कड़ी से कड़ी जोड़ती चली गई और पुलिस कातिल तक पहुंच गई।
सत्यप्रकाश के बारे में बार बार खुद कह रही थी कातिल दादी
सत्यप्रकाश नशेबाज जरुर था। लेकिन वह दारू के नशे में झगड़ता रहता था। इसलिए कातिल दादी ने सबसे पहले परिजनों को उसका नाम सुझाया जिससे उनका ध्यान उसी ओर चला जाए। वह पूरे दिन परिजनों के साथ रही। जिससे उस पर किसी का शक नहीं जाए। पुलिस को सीसीटीवी कैमरे में महिला कल्पना शर्मा बोरा ले जाते हुए दिखाई दे गई। बस यहां से पुलिस को सूत्र मिलते चले गए। मृतक के पिता संजय का कहना है कि कल्पना उनकी चाची है। उन्होंने कभी सपने भी नहीं सोचा था, वह उनके साथ ऐसा करेगी।
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