अपनी फिल्मों को हिंदी में डब करके पैसा तो कमाते हैं लेकिन इसका विरोध भी करते हैं- पवन कल्याण

तेलुगू एक्टर पवन कल्याण ने तमिलनाडु में हिंदी के विरोध की आलोचना की है और तमिल फिल्मों को हिंदी में डब करने पर सवाल उठाया है। उन्होंने जन सेना स्थापना दिवस पर अपने अनुभवों को साझा करते हुए तमिलनाडु की नीतियों में विरोधाभास पर चिंता जताई है।

Mar 15, 2025 - 19:26
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अपनी फिल्मों को हिंदी में डब करके पैसा तो कमाते हैं लेकिन इसका विरोध भी करते हैं- पवन कल्याण

अमरावती। तेलुगू एक्टर पवन कल्याण ने तमिलनाडु में हिंदी के विरोध की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने राज्य के रुख पर सवाल उठाया है और तमिल फिल्मों को हिंदी भाषी क्षेत्रों में डब करने को लेकर भी बोला है। जन सेना स्थापना दिवस पर बोलते हुए, पवन कल्याण ने तमिलनाडु की नीतियों में विरोधाभास को लेकर चिंता जताई और कहा कि'वे कहते हैं कि हिंदी उन पर थोपी जा रही है, लेकिन क्या सभी भारतीय भाषाएं हमारी संस्कृति का हिस्सा नहीं हैं?'

अपने अनुभवों पर बात करते हुए उन्होंने यह भी बताया कि चेन्नई में पढ़ाई के दौरान उन्हें भेदभाव का सामना करना पड़ा था। कल्याण ने कहा, 'तमिलनाडु हिंदी को रिजेक्ट करता है लेकिन उनकी फिल्में हिंदी में डब की जाती हैं और उत्तर प्रदेश, बिहार और छत्तीसगढ़ के दर्शकों द्वारा पसंद की जाती हैं। अगर वे हिंदी नहीं चाहते हैं, तो तमिल फिल्मों को हिंदी में डब क्यों करें?'

कल्याण ने काकीनाडा के पीथमपुरम में पार्टी के 12वें स्थापना दिवस पर कहा कि मुझे समझ में नहीं आता कि कुछ लोग संस्कृत की आलोचना क्यों करते हैं। तमिलनाडु के राजनेता हिंदी का विरोध क्यों करते हैं, जबकि पैसों के लिए अपनी फिल्मों को हिंदी में डब करने भी देते हैं? वे बॉलीवुड से पैसा चाहते हैं लेकिन हिंदी को स्वीकार करने से इनकार करते हैं, यह किस तरह का तर्क हैं।

उनका कमेंट गैर-हिंदी भाषी राज्यों में हिंदी थोपने पर चल रही बहस के बीच आई है। वर्कफ्रंट की बात करें तो पवन कल्याण को आखिरी बार 'ब्रो' में देखा गया था, जो समुथिरकानी के डायरेक्शन में बनी एक एक्शन ड्रामा थी। जीवन में दूसरे मौके की अवधारणा को तलाशने वाली फिल्म को कुछ खास पसंद नहीं किया गया।

इस बीच, हाल ही में पवन कल्याण की आगामी फिल्म 'हरि हर वीरा मल्लू' के मेकर्स ने फिल्म की रिलीज की तारीख की घोषणा की जो इस साल 9 मई को तय की गई है। अपनी हालिया फिल्मों के लिए मिश्रित रिव्यूज के बावजूद, एक्टर-राजनेता आंध्र प्रदेश की राजनीति में काफी एक्टिव हैं।