मां के अपमान की टीस थी, संदीप दीक्षित ने केजरीवाल को हरवा दिया

नई दिल्ली। दिल्ली के विधान सभा चुनाव नतीजों के बाद नई दिल्ली सीट बहुत चर्चाओं में है। हो भी क्यों नहीं, इस सीट पर भाजपा के प्रवेश वर्मा ने आम आदमी पार्टी के सबसे बड़े नेता अरविंद केजरीवाल को धूल चटा दी है। केजरीवाल की हार के बीच एक और बात बहुत चर्चाओं में है। वह यह कि कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने अरविंद केजरीवाल को हराकर अपनी मां शीला दीक्षित के अपमान का बदला ले लिया है।

Feb 9, 2025 - 12:09
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मां के अपमान की टीस थी, संदीप दीक्षित ने केजरीवाल को हरवा दिया

कांग्रेस में संदीप दीक्षित उन नेताओं में से एक हैं, जो आप संयोजक अरविंद केजरीवाल के घनघोर विरोधी हैं। इसकी वजह भी है। अरविंद केजरीवाल ने 2012 में राजनीति में एंट्री करने के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को ही निशाने पर लिया था। शीला दीक्षित के खिलाफ इतना दुष्प्रचार किया कि 2013 के चुनाव में शीला दीक्षित इसी नई दिल्ली सीट से चुनाव हार गईं। उन्हें हराया था आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने।  

अरविंद केजरीवाल द्वारा शीला दीक्षित के प्रति दुष्प्रचार के कारण ही संदीप दीक्षित अरविंद केजरीवाल के विरोधी हैं। केजरीवाल द्वारा किए गए अपनी मां शीला दीक्षित के अपमान की टीस आज भी उनके मन में है। शायद संदीप दीक्षित भी जानते थे कि यह चुनाव कांग्रेस का नहीं है, लेकिन फिर भी वे अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नई दिल्ली सीट से उतरे। संदीप दीक्षित खुद तो हारे ही, केजरीवाल को भी नहीं जीतने दिया।

सही मायने में संदीप दीक्षित ही ऩई दिल्ली सीट पर केजरीवाल की हार की वजह बने हैं। संदीप दीक्षित नई दिल्ली सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी थे। उन्हें 4568 वोट मिले। उधर आप संयोजक अरविंद केजरीवाल की इस सीट पर हार 4089 मतों से हुई है। सोचिए, अगर संदीप दीक्षित के मैदान में नहीं रहे होते तो भाजपा विरोधी ये वोट भी अरविंद केजरीवाल के खाते में जा सकते थे और तब चुनाव का नतीजा पलट भी सकता था।

SP_Singh AURGURU Editor