एक खामोशी से जुड़ी हैं अनेक मुस्कान, अंगदान करिए  

आगरा। प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल के इंटरेक्ट क्लब और ऑर्गन डोनेशन इंडिया फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यशाला में लोगों अंगदान के प्रति जागरूक करने के साथ ही तमाम भ्रांतियों को दूर किया गया। कार्यशाला में कहा गया कि अंगदान जीवन का अनुपम उपहार है। इसके प्रति मानसिकता को व्यापक किए जाने की जरूरत है। इसी मौके पर विद्यालय के निदेशक डॉ. सुशील गुप्ता, अनेक छात्रों और विद्यालय के 20 शिक्षकों ने भी अंगदान का संकल्प लिया।

Dec 14, 2024 - 15:00
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एक खामोशी से जुड़ी हैं अनेक मुस्कान, अंगदान करिए   
प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल में अंगदान के महत्व पर आयोजित कार्यशाला आए अतिथि। दूसरे चित्र में छात्रों को संबोधित करते लाल गोयल।    

 -कार्यशाला में प्रिल्यूड के निदेशक डॊ. सुशील गुप्ता, 20 शिक्षकों और छात्रों ने लिया अंगदान का संकल्प

कार्यशाला के मुख्य अतिथि और मुख्य वक्ता रोटेरियन लाल गोयल (फाउंडर और चार्टर प्रेसिडेंट रोटरी क्लब ऑफ ऑर्गन डोनेशन इंटरनेशनल, चेयरमैन- ऑर्गन डोनेशन इंडिया फाउंडेशन एंड ज्ञान) ने कहा कि अंगदान एक मूल्यवान कार्य है,  जिसे व्यक्ति द्वारा जीवित रहते हुए स्वयं या मृत अवस्था में उसके उत्तराधिकारियों द्वारा किया जाता है। इस तरह की प्रक्रिया से किसी व्यक्ति के अंग को डॉक्टर की अनुमति से या उसके मरने के बाद परिवार की सहमति से किसी अन्य व्यक्ति में प्रत्यारोपित किया जा सकता है।

 

उन्होंने कहा कि मस्तिष्क के मृत होने पर भी जीवित रहते हुए आम तौर पर प्रत्यारोपित किए जाने वाले अंग- फेफड़े, गुर्दे, आंतें, अग्नाशय तथा यकृत हैं। मृत्यु के बाद प्रत्यारोपित किया जाने वाला अंग हृदय है।

 

श्री गोयल ने कहा कि अंगदान से बड़ा कोई दान नहीं है। यदि यह संकल्प हर इंसान ले ले, तो तमाम लोगों की जिंदगी में बड़ा बदलाव लाया जा सकता है। एक व्यक्ति का अंगदान नौ लोगों को नवजीवन प्रदान कर सकता है। 18 वर्ष से ऊपर के लोग ही अंगदान कर सकते हैं। वर्तमान समय में अंगदान के लिए लोगों को जागरूक करने की परम आवश्यकता है।

 

उन्होंने कहा कि लोग अंगदान करना भी चाहते हैं लेकिन उनको मार्गदर्शन नहीं मिलता, इसलिए अनेक भ्रांतियों के कारण लोग अंगदान करने में आगे नहीं आते हैं। उन्होंने छात्रों एवं शिक्षक वर्ग को प्रेरित करते हुए कहा कि अपने अंगों को बर्बाद न होने दें। उन्हें जीवन बचाने के पुण्य कार्य के लिए दान दें। अंगदान के माध्यम से आप दूसरों के जीवन के रूप में चिरजीवित रहते हैं और आप अपनी मृत्यु के पश्चात अनेक वर्षों तक याद किए जाते हैं।

 

श्नी गोयल ने ऑर्गन डोनेशन की विभिन्न एजेंसियों नोटो, रोटो तथा सोटो के बारे में विस्तार से बताया तथा युवा शक्ति को प्रेरित करते हुए कहा कि सोशल मीडिया से प्राप्त होने वाली सूचनाओं को ज्ञान में बदलकर ही देश में सशक्त परिवर्तन किया जा सकता है। छात्रों ने ऑर्गन डोनेशन के संबंध में अपनी जिज्ञासाओं का समाधान प्रश्न पूछ कर किया।

 

कार्यशाला में रोटरी क्लब ऑफ ऑर्गन डोनेशन इंटरनेशनल की वाइस प्रेसिडेंट रोटेरियन रितिका गुप्ता, रोटेरियन रूबी अग्रवाल (सेक्रेटरी इलेक्ट रोटरी क्लब ऑफ ऑर्गन डोनेशन इंटरनेशनल), विद्यालय के निदेशक डॉ. सुशील गुप्ता, प्राचार्य अरविंद श्रीवास्तव, अधिवक्ता केसी जैन, चांदनी अरोड़ा (इंटरेक्ट क्लब की क्लब एडवाइजर) आदि भी उपस्थित रहे।

 

अंत में छात्रा एंजल गुप्ता के द्वारा अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

 

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SP_Singh AURGURU Editor