हरियाणा में खेल बनाने और बिगाड़ने के 'खेल'
एसपी सिंह चंडीगढ़। हरियाणा में चुनाव के मुकाबले की तस्वीर साफ होने लगी है। किस सीट पर कौन किसका खेल बिगाड़ सकता है, इसे ध्यान में रखकर रणनीतियां बनने लगी हैं। कहीं बागी प्रत्याशी हटाने की कोशिश चल रही है तो कहीं से प्रत्याशी के अचानक गायब होने की सूचना मिल रही है।
झज्जर जिले की बादली विधानसभा सीट के बसपा उमीदवार महेन्द्र सिंह के अचानक घर से लापता होने की खबर है। बसपा प्रत्याशी पेलपा के निवासी हैं। अचानक उनके इस तरह लापता होने से बसपा के चुनावी रणनीतिकार परेशान हो गए हैं। बसपा के जिलाध्यक्ष सत्यप्रकाश दोचानिया और पार्टी के कुछ अन्य पदाधिकारी अपने प्रत्याशी के लापता होने की सूचना लेकर बादली थाने के साथ ही एसडीएम कार्यालय पहुंचे हैं। l
बसपा प्रत्याशी का अचानक से लापता होना चर्चा का विषय बन गया है। बसपा इस चुनाव में इनेलो के साथ गठबंधन करके लड़ रही है। स्पष्ट है कि बसपा प्रत्याशी के बादली सीट से मैदान में होने की वजह से दूसरे दलों के किसी न किसी प्रत्याशी के समीकरण गड़बड़ा रहे होंगे। प्रत्याशी के अचानक से गायब होने के निहितार्थ समझे जा सकते हैं।
इस बीच भाजपा कैंप से खबर आ रही है कि सोनीपत विधान सभा सीट से अब राजीव जैन चुनाव नहीं लड़ेंगे। मुख्यमंत्री नायब सैनी से राजीव जैन की मुलाकात के बाद यह निर्णय पार्टी कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में लिया गया। इस दौरान पूर्व मंत्री कविता जैन, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली भी मौजूद रहे।
हरियाणा के विधानसभा चुनाव में इस बार बहुकोणीय मुकाबला होने जा रहा है। चुनाव मैदान में भाजपा और कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टियां तो हैं ही, राज्य के मुख्य दलों में से एक इनेलो ने बसपा के साथ गठबंधन किया है। जेजेपी ने सांसद चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी के साथ चुनावी का तालमेल कर रखा है। आम आदमी पार्टी अपने बूते पर चुनाव के मुकाबले पांचकोणीय बनाने की कोशिश में जुटी हुई है।