अमान्य स्कूलों और नियम विरुद्ध मान्यताओं से परिषदीय स्कूलों में घट रही छात्र संख्या
आगरा। प्राथमिक शिक्षक संघ ने आज बीएसए से मुलाकात कर मनमानी के कुझ मामलों को लेकर उन्हें आईना दिखाया। शिक्षक संघ के प्रतिनिधिमंडल ने वार्ता के दौरान बेसिक शिक्षा अधिकारी से कहा कि अमान्य स्कूलों को संरक्षण दिए जाने और विधि के विपरीत प्राइवेट स्कूलों को मान्यता दिए जाने की वजह से परिषदीय स्कूलों में छात्र संख्या निरंतर घट रही है।
-प्राथमिक शिक्षक संघ ने बेसिक शिक्षा अधिकारी के समक्ष उठाए तमाम मुद्दे
प्रतिनिधिमंडल ने वार्ता के दौरान बीएसए से कहा कि कड़ाके की गलन भरी ठंड को देखते हुए विद्यालयों के समय में परिवर्तन किया जाए ताकि बच्चों ठंड से होने वाली बीमारियों से बचाया जा सके। लंबित एरियर बिलों पर कोई सुनवाई नहीं का मामला भी वार्ता के दौरान उठा।
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि शिक्षकों के वेतन से हर माह एनपीएस की कटौती होती है, लेकिन यह कटौती और सरकारी अंशदान उनके खातों में महीनों लंबित रहता है, जिससे शिक्षकों को बाजार आधारित एनपीएस प्रणाली का कोई फायदा नहीं होता। उल्टे आर्थिक नुकसान होता है।
एक मामला यह भी उठा कि शीत काल में जरा भी शिक्षक/शिक्षामित्र/अनुदेशक लेट हो जाए तो कार्यालय पहुंचने से पूर्व उसी दिन नायक की भूमिका में नोटिस मिल जाता है जबकि शिक्षकों के सही प्रार्थना पत्रों पर महीनों में भी सुनवाई नहीं होती। मनमानी तरीके से शिक्षिकाओं और सीसीएल शिक्षकों के अन्य देय अवकाश बिना ठोस कारण अस्वीकृत करने की भी बात कही गई।
प्रतिनिधिमंडल में जिला संयोजक चौधरी सुरजीत सिंह, अध्यक्ष परमवीर सिंह, जिला मंत्री हरिओम यादव, केके इंदौलिया, अभय चौधरी, मांगेलाल गुर्जर,प्रदीप यादव बाबा, विजयपाल नरवार, बलदेव सिकरवार, बलवीर सिंह, डॉ जगपाल, अवनेश कुमार, प्रशांत राजपूत, अरुण कुमार, चंद्रशेखर, आदि शामिल रहे।
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