अधीक्षण अभियंता नहर पर आरोपों की जांच उच्चस्तरीय कमेटी को सौंपी गई
आगरा। नहरों की सफाई के नाम पर हुई लीपापोती और फसलों की बुवाई के समय पर नहरों में समुचित पानी न दिए जाने तथा अधीक्षण अभियंता द्वारा किसानों से अभद्रता संबंधी आरोपों की जांच संयुक्त विकास आयुक्त शशिमौलि मिश्र के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच कमेटी करेगी।
किसान नेता चौधरी दिलीप सिंह के नेतृत्व में पिछले महीने किसानों ने मंडलायुक्त कार्यालय पर इस बात के लिए धरना और प्रदर्शन किया था कि इस साल नहरों की अपेक्षित सफाई नहीं हुई है। सफाई दर्शा दी गई है जबकि नहरें सिल्ट से अटी पड़ी हैं। ऐसी ही हालत में पानी छोड़ दिया गया, जो पर्याप्त मात्रा में नहीं धा, जिसके कारण बुवाई के समय किसान अपने खेतों की पलेवट आदि नहीं कर सके थे।
प्रदर्शन के दौरान अपर आयुक्त को दिए गए ज्ञापन में अधीक्षण अधीक्षण अभियंता धर्मेंद्र फोगाट पर किसानों के साथ अभद्रता के आरोप भी लगाए गए हैं। इसी ज्ञापन के आधार पर अपर आयुक्त प्रशासन ने मामले की जांच संयुक्त विकास आयुक्त शशिमौलि मिश्र, लोक निर्माण खंड फिरोजावाद/मैनपुरी के अधीक्षण अभियंता और संयुक्त निदेशक कृषि की तीन सदस्यीय कमेटी को सौंपी है। यह कमेटी अधीक्षण अभियंता पर लगाए गए आरोपों की उच्चस्तरीय कर अपनी रिपोर्ट तैयार करेगी। किसान नेता दिलीप सिंह को नौ दिसंबर को कमेटी के समक्ष अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया गया है।
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