टीयर्स के छात्र-छात्राओं ने ली आंवले के उत्पादों की ट्रेनिंग
आगरा। जहां चाह, वहां राह। यही कहावत हुई मंगलवार को टीयर्स मंदबुद्धि संस्थान में। टीयर्स में खड़ा आंवला का एक पेड़ इन दिनों फलों से लदा हुआ है। संस्थान की निदेशिका डॊ. रीता अग्रवाल ने इसका उपयोग संस्थान के 18 वर्ष से अधिक आयु के छात्र-छात्रों में स्किल डेवलपमेंट के लिए किया।
संस्थान परिसर में मंगलवार को हुई एक कार्यशाला में वयस्क छात्र-छात्राओं को आंवला द्वारा कैंडी, मुरब्बा, आंवला प्रास व अचार सिरप आदि बनाने की ट्रेनिंग दी गई। फूड टेक्नोलॉजिस्ट जेसी शर्मा द्वारा आंवला से निर्मित संरक्षित उत्पादों में उपयोगी रासायनिक सुरक्षा व अन्य मिलाई जाने वाली सामग्री की पूरी जानकारी दी। सारे उत्पाद भी बनवाये गये।
संस्थान की निदेशिका डॉ. रीता अग्रवाल ने उन्हें खुशी है कि संस्थान में खड़े आंवला के पेड़ के आंवलों से छात्र-छात्राओं ने उत्पाद बनाने सीखे। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण लेने वालों में आरती, बुसरा, हिमांशी, हर्ष जैन, रितेश, गौरव, विष्णु हैं जो प्री वोकेशनल के बच्चे हैं। इस मौके पर मुख्य रूप से साक्षी अग्रवाल व ममता गोयल भी मौजूद रहीं।
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