कल तक भीख मांगने वाले शहरवासियों को दे रहे सीख- भिक्षा नहीं शिक्षा दो, जीवन संवार दो
आगरा। भिक्षा नहीं शिक्षा दो, जीवन को संवार दो। नकद पैसे देकर भिक्षावृत्ति को बढ़ावा न दें। कुछ ऐसे ही स्लोगन के साथ एमजी रोड हरीपर्वत चौराहे पर बच्चे शहरवासियों को भिक्षावृत्ति के खिलाफ जागरूक करते नजर आए।
बाल दिवस की पूर्व संध्या पर चाइल्ड राइट्स एक्टिविस्ट नरेश पारस की अगुवाई में इन बच्चों ने राहगीरों को बताया कि वह भी पहले भीख मांगते थे, लेकिन अब शिक्षा से जुड़कर समझदार हो गये हैं और लोगों को जागरूक कर रहे हैं।
पहले भिक्षा मांगने वाला एक बच्चा संस्था के प्रयास से डिग्री कॉलेज में ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहा है। कुछ बच्चे हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की कक्षाओं में पढ़ रहे हैं।
हर शख्श ने सराहा अभियान
बुधवार की शाम बच्चे थाना हरीपर्वत के सामने चौराहे पर सभी के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए थे। ट्रैफिक सिग्नल पर अनोखा दृश्य था। हर रोज वहां बच्चे और महिलाएं भीख मांगती थीं लेकिन उसी सिग्नल पर बच्चे शहरवासियों को भीख न देने की अपील कर रहे थे। हर व्यक्ति इस अभियान की सराहना करता नजर आया। लोगों ने भी संकल्प लिया कि बच्चों को भीख नहीं देंगे।
आगरा अगेंस्ट चाइल्ड बैगिंग
चाइल्ड राइट्स एक्टिविस्ट नरेश पारस ने बताया कि भीख मांगने के लिए बच्चों की तस्करी की जाती है। संगठित गिरोह द्वारा बच्चों से जबरन भीख मंगवाई जाती है। भीख न मांगने पर बच्चों को दिल दहला देने वाली यातनाएं दी जाती हैं।
भिक्षावृत्ति रोकने के लिए आगरा अगेंस्ट चाइल्ड बैगिंग अभियान चलाकर लोगों से भीख न देने की अपील की जा रही है। बच्चों को नकद पैसे देने से भिक्षावृत्ति को बढ़ावा मिलता है। नकद पैसे न देने से भिक्षावृत्ति के कारोबार की कमर को तोड़ा जा सकता है।
ये बने झुग्गी के सितारे
शेर अली खान आरबीएस कालेज से ग्रेजुएशन कर रहा है। निर्जला, करीना तथा कामिनी ग्यारहवीं में तथा आज़ाद और संजीत दसवीं में पढ़ रहे हैं। इन्होंने नरेश पारस की अगुवाई में लोगों को भिक्षावृत्ति के खिलाफ जागरूक किया। डॉ भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के एमएसडब्ल्यू के छात्र गौरव और विक्की भी मौजूद रहे।
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