कोहरे में अदृश्य हुआ ताज, ट्रेनें घंटों लेट, वाहन भी रेंग-रेंग कर चल रहे
आगरा। आगरा में आज इस मौसम का सबसे घना कोहरा देखने को मिला। दृश्यता लगभग शून्य थी। आगरा शहर ही नहीं, आसपास के जिलों में भी घना कोहरा छाया हुआ है। इसकी वजह से जनजीवन पर व्यापक असर पड़ा है। हाईवे और एक्सप्रेस वे पर वाहन रेंग-रेंग कर चल रहे हैं जबकि तमाम ट्रेनें भी घंटों देरी से चल रही हैं। कोहरे के कारण ताजमहल तो अदृश्य ही हो गया था।
-आगरा में इस मौसम का सबसे घना कोहरा, दृश्यता लगभग शून्य होने से जनजीवन प्रभावित, स्टेशनों पर ठिठुर रहे यात्री
आज शुक्रवार को ताजमहल का दीदार निःशुल्क होता है। शुक्रवार के दिन ताजमहल देखने के लिए लोग बड़ी संख्या में पहुंचते हैं। ताजमहल पहुंचे पर्यटकों को भी ताजमहल दिखाई नहीं पड़ रहा था। ताजमहल के नजदीक पहुंचकर ही लोगों को स्मारक दिखाई पड़ा। दस मीटर की दूरी से भी ताजमहल दिखाई नहीं पड़ रहा था।
घने कोहरे की वजह से सड़कों पर भी यातायात पर बहुत विपरीत प्रभाव पड़ा है। दृश्यता लगभग शून्य होने से वाहन रेंग-रेंग कर चल रहे थे। हाईवे और शहर से जुड़े दोनों एक्सप्रेस वे पर भी वाहनों की गति बहुत धीमी थी। वाहनों की हेडलाइट्स जली हुई थीं और इंडीकेटर से पीछे से आते वाहनों को सचेत किया जा रहा था।
घने कोहरे का सबसे बुरा असर ट्रेनों पर पड़ा है। आगरा के विभिन्न स्टेशनों पर ट्रेनें चार से छह घंटे देरी से पहुंच रही हैं। अवध एक्सप्रेस, साबरमती, रायगढ़-निजामुद्दीन सुपरफास्ट, उत्कल एक्सप्रेस, भोपाल एक्सप्रेस, पटना-कोटा एक्सप्रेस, नांदेड़-अमृतसर सुपरफास्ट, राजधानी एक्सप्रेस, बांदा-हावड़ा सुपरफास्ट, मरुधर एक्सप्रेस आदि ट्रेनें दो से छह घंटे देरी से आगरा पहुंचीं।
इन ट्रेनों के अलावा कर्नाटक एक्सप्रेस, माता वैष्णो देवी सुपरफास्ट, सचखंड एक्सप्रेस, जियारत एक्सप्रेस आदि समेत कई अन्य गाड़ियां भी घंटों देरी से आगरा पहुंचीं। इन ट्रेनों के घंटों देरी से आने के कारण स्टेशनों पर इंतजार करते यात्रियों को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ा। ट्रेनों के लेट चलने के कारण बहुत से लोग तो घरों को लौट गए थे और फिर ट्रेन के आने से पहले फिर से स्टेशन पहुंच गए थे।
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