Tag: journalist brij khandelwal agra

बॉलीवुड की बत्ती गुल क्यों? कहां गुम हो गई सिल्वर स्क्र...

-बृज खंडेलवाल- कभी दिलों पर राज करने वाला बॉलीवुड सिनेमा आज क्यों ढूंढ रहा है...

ग्रामीण स्वास्थ्य की रीढ़, सम्मान की प्यासी आशा वालंटियर्स

पिछले माह केंद्रीय स्वास्थ मंत्री जेपी नड्डा ने राज्य सभा में आशा वालंटियर्स के ...

नया शैक्षणिक सत्र शुरू होते ही प्राइवेट स्कूलों द्वारा ...

नया शैक्षणिक सत्र शुरू होते ही आगरा और दूसरे शहरों में निजी स्कूलों द्वारा अभिभा...

जितनी दवा की उतना मर्ज बढ़ाः प्रदूषण की खौलती कढ़ाई में...

गर्मी आते ही ताजमहल के साथ पर्यटक भी आगरा के प्रदूषित माहौल में ढंग से रोस्टेड ह...

क्या उत्तर प्रदेश वाकई बदल रहा है? क्या कानून व्यवस्था ...

विपक्षी भी मानते हैं कि उत्तर प्रदेश में जंगल राज खत्म हुआ है। बुलडोजर मॉडल और ए...

बूढ़े होते भारत की एक खामोश टीस, दादा-दादियों के हाथ मे...

उम्रदराज होना, बाल सफेद होना, कोई अभिशाप नहीं, तजुर्बे से मिला विशेषाधिकार है। आ...

डर और अविश्वास का दौरः शादियां खतरे में

-बृज खंडेलवाल- संयुक्त परिवारों के बुजुर्ग आजकल लड़कों की शादी करने से घबराने ल...

सरकारों की उदासीनता और उपेक्षा से आगरा का पर्यावरणीय पतन

उनको फिक्र है, इसलिए वो आए। उन्होंने देखा, तारीफ की अपने कार्यों की और फुर्र उड़...

योगी आदित्यनाथ: मोदी के उत्तराधिकारी? यूपी सीएम के 8 सा...

भारतीय जनता पार्टी के हार्ड लाइनर योगी आदित्यनाथ ने कामयाबी के झंडे गाड़ दिए हैं...

ताज महल की सांप्रदायिक ब्रांडिंग अनुचितः सफेद स्मारक न ...

ताज महल को लेकर तरह-तरह के विवाद उठते ही रहते हैं। इसके धर्मनिरपेक्ष किरदार को ल...

गिरते मूल्य और बढ़ती बेशर्मी: समाज की नई तस्वीर

"नंगई" शब्द, जो पहले दिखावे और बेशर्मी का प्रतीक था, आज एक गंभीर चिंता का विषय ब...

दो बच्चे और दो भाषा काफी हैं, तीसरी भाषा ‘विज्ञान’ की हो

  -बृज खंडेलवाल- तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन के पास तीन भाषा फॉर्मूले के...

बिहार: क्या नीतीश को हटाना भाजपा के लिए फायदे का सौदा ह...

-बृज खंडेलवाल- बिहार की सियासत में इन दिनों जबरदस्त हलचल है। साल के आखिर में ...

एक डरावना ख्वाब या हक़ीक़तः टाइम मशीन से ‘आगरा 2047’  की सैर

-बृज खंडेलवाल-  2047 के "विकसित भारत" में आगरा की क्या तस्वीर होगी? क्या ताज ...

भाषाई प्रदूषणः न अपनी भाषा में अच्छे, न अंग्रेजी सही से...

शैक्षणिक संस्थानों में भाषाई मानकों में चिंताजनक गिरावट आ रही है। यदि तत्काल कार...

उच्च शिक्षा सुधारः कुलपति चयन में पारदर्शिता से ही खत्...

पिछले बीस वर्षों में सैकड़ों नई यूनिवर्सिटीज खुल गईं। आरोप है कि तमाम कुलपति धनप...

आगरा में प्लास्टिक प्रदूषण: एकल-उपयोग प्लास्टिक के खिला...

-बृज खंडेलवाल- आगरा अपने ऐतिहासिक गौरव और मनमोहक वास्तुकला के लिए विश्वभर में...

मोदी जी ने आखिरकार यमुना की पीड़ादायक पुकार सुनी, पुनरु...

दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सफलता के बाद प्रधानमंत्र...