बलूचिस्तान में पाक आर्मी के काफिले पर फिदायीन अटैक, बीएलए का दावा- 90 जवानों को मारा, पाकिस्तानी मीडिया बोला- 7 की मौत
बलूचिस्तान के नोशिकी में पाकिस्तानी सेना के काफिले पर हमला हुआ है। यहां पहले सिलसिलेवार धमाके हुए और फिर फायरिंग हुई। इस हमले के बाद शहर के अस्पतालों में इमरजेंसी घोषित कर दी गई।

इस्लामाबाद। पाकिस्तान में जाफर एक्सप्रेस ट्रेन हाईजैक के बाद खलबली मची हुई है। इस बीच आज बलूचिस्तान में सेना के काफिले पर हमला हो गया। इस हमले की जिम्मेदारी बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने ली है। बीएलए ने दावा किया कि इस अटैक में उसने पाकिस्तानी सेना के 90 जवानों को ढेर कर दिया।
द बलूचिस्तान पोस्ट के मुताबिक, पाकिस्तानी सेना के काफिले पर नोशिकी में हमला हुआ। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, आरसीडी हाईवे पर सेना के काफिले पर हमला किया गया। यहां पहले सिलसिलेवार कई धमाके हुए और फिर भारी गोलीबारी हुई। इस हमले के बाद कई एंबुलेंस और सुरक्षा बलों को घटनास्थल की ओर जाते देखा गया, जबकि अस्पतालों में इमरजेंसी घोषित कर दी गई है।
पाक सेना के काफिले पर हमले की जिम्मेदारी लेते हुए बीएलए के प्रवक्ता जीयंद बलूच ने कहा, 'बीएलए की फिदायीन इकाई मजीद ब्रिगेड ने कुछ घंटे पहले नोशिकी में आरसीडी हाईवे पर रसखान मिल के पास पाकिस्तानी सेना के काफिले को निशाना बनाया। इस काफिले में आठ बसें शामिल थीं, जिनमें से एक पूरी तरह नष्ट हो गई।'
बीएलए की ओर से दावा किया गया कि इस हमले में पाकिस्तान सेना के 90 जवान मारे गए। संगठन ने कहा कि हमले के तुरंत बाद बीएलए के फतह दस्ते ने आगे बढ़कर एक बस को पूरी तरह घेर लिया और उसमें सवार सभी जवानों पर हमला कर उन्हें मार डाला।
हालांकि पाक माडिया का कहना है कि नोशिकी-दलबंदिन हाईवे पर हुए हमले में सात यात्रियों की मौत हुई है, जबकि 35 घायल हैं। अधिकारियों की ओर से अबतक विस्फोट की वजह नहीं बताई गई है। पुलिस ने बताया कि विस्फोट के तुरंत बाद घायलों को नोशिकी अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल के अनुसार, हालात को संभालने के लिए मीर गुल खान नसीर टीचिंग अस्पताल में इमरजेंसी घोषित की गई है. सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी है और जांच जारी है।
बीएलए ने 12 मार्च को क्वेटा से पेशावर जाने वाली जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक कर लिया था। इस ट्रेन में 400 से ज्यादा यात्री सवार थे। संगठन ने पाक सरकार से बलूच नेताओं की रिहाई और बलूचिस्तान से पाक अधिकारियों को हटाने की मांग रखी थी। इसके लिए बीएलए ने शहबाज सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था, लेकिन पाक सेना ने बंधकों की रिहाई के लिए ऑपरेशन शुरू कर दिया और करीब 30 घंटे बाद दावा किया कि उसने सभी बंधकों को रिहा कर लिया है और इसमें शामिल 33 बलूच लड़ाकों को मार गिराया है।