आगरा के परिवारों में अपनत्व पाकर गदगद हैं पूर्वोत्तर के छात्र-छात्राएं
आगरा। पूर्वोत्तर भारत से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रकल्प शील यात्रा में आठ राज्यों से आए 30 प्रतिनिधि विद्यार्थियों का आज डॊ. आंबेडकर विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद परिसर में जोरदार एवं भव्य स्वागत किया गया। स्वामी विवेकानंद परिसर के गेट से अंदर प्रवेश करते ही एनसीसी, एनएसएस एवं विवि के विद्यार्थियों द्वारा प्रतिनिधि विद्यार्थियों पर पुष्प वर्षा की गई। गेट पर स्वागत समिति के अध्यक्ष संतोष शर्मा सहित विश्विद्यालय प्रशासन एवं अतिथियों द्वारा प्रतिनिधि विद्यार्थियों को माला पहनाकर एवं पुष्प देकर स्वागत किया गया।
उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि आज इस यात्रा को देख अपने पुराने दिनों की याद आ गई, जब विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता के रूप में कार्य करने का अवसर मिला था। विद्यार्थी परिषद के इस प्रकार के प्रकल्पों के माध्यम से पूर्वोत्तर भारत से आने वाले सभी प्रतिनिधि विद्यार्थी हर वर्ष हमारे विभिन्न राज्यों की संस्कृति एवं गौरव को जानते हैं।
उन्होंने कहा कि यह प्रकल्प सभी राज्यों में सामाजिक समरसता का भाव और एक जो कल्चरल ब्रिज है, उसको बनाने का कार्य करता है। इस प्रकल्प के लिए विद्यार्थी परिषद की जितनी सराहना की जाए उतनी कम है। साथ ही आने वाले समय में हम देखेंगे कि इस प्रकल्प के माध्यम से पूर्वोत्तर से जो माओवाद है, उसका खत्मा होगा। पूर्वोत्तर के नौजवान भी पूर्वोत्तर को विकसित एवं समृद्ध बनाने में अपना योगदान देंगे।
असम से आई बोरोखा गोहेन ने बताया कि ताजमहल देखने के बाद जब कल हम मेजबान परिवारों में गए तो हमें वहां पर एक अपनेपन का भाव मिला। जो हम अपने परिवारों के साथ महसूस करते हैं, बिल्कुल वैसा ही वातावरण। मेजबान परिवारों ने इतने स्वादिष्ट व्यंजन खिलाए कि उनका स्वाद अब तक उनकी जुबान पर है। दल के अन्य सदस्यों ने भी सभी के सामने अपने अनुभव साझा किए।
आगरा विश्वविद्यालय के संस्कृति भवन में इतिहास, होटल मैनेजमेंट एवं फाइन आर्ट्स के छात्रों के साथ विद्यार्थी प्रतिनिधियों का संवाद भी हुआ। इसके पश्चात सभी ने 10-10 के समूह में विभिन्न हाउसेस में भ्रमण किया। उन्होंने मीडिया का इको सिस्टम जाना। मीडिया हाउस के भ्रमण के पश्चात सभी प्रतिनिधि विद्यार्थियों ने अपने-अपने मेजबान परिवारों के साथ अपने घरों की ओर प्रस्थान किया।