शारदीय नवरात्र कल से, ये है घट स्थापना का शुभ समय
आगरा। आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से शारदीय नवरात्र के व्रत प्रारंभ होंगे। इसी के साथ त्योहारी सीजन भी प्रारंभ हो जाएगा, जिसका व्यापारी वर्ग को बेसब्री से इंतजार रहता है। शारदीय नवरात्र के लिए घर घर में तैयारियां चल रही हैं। दुर्गा पंडाल सजाने की भी तैयारियां हो चुकी हैं।
ज्योतिषाचार्य डॉक्टर अरविंद मिश्र ने बताया कि इस समय देश भर में जगह-जगह रामलीलाएं होती हैं। नवरात्र को शक्ति की अधिष्ठात्री देवी की आराधना का पर्व कहा गया है। नवरात्र पर मां दुर्गा की पूजा होती है। इसके साथ भगवान राम के पुण्य स्मरण के रूप में स्थान-स्थान पर रामलीला के आयोजन किए जाते हैं।
डॉक्टर मिश्र ने कहा कि भारतीय संस्कृति में जगन्माता के रूप में शक्ति की स्तुति की जाती है। नवरात्र पर मातृ शक्ति की पूजा का आयोजन किया जाता है। इन दोनों व्यक्तिगत साधना एवं सामाजिक उपासना के माध्यम से देवी शक्ति की पूजा होती है।
मां शक्ति के त्रिगुणात्मक रूप हैं। सात्विक रूप में देवी सरस्वती हैं, राजसी रूप में वे लक्ष्मी हैं तथा तामसी रूप में वे काली हैं। सरस्वती बुद्धि की अधिष्ठात्री देवी हैं।
इस बार शारदीय नवरात्र में पूजा एवं घट स्थापना का अति शुभ समय सुबह 9:36 से 11:54 तक रहेगा। शुभ समय 11:54 से 1:34 तक रहेगा।
नवरात्र में देवी की पूजा विभिन्न रूप में भिन्न-भिन्न स्थानों पर की जाती है। बंगाल में दुर्गा पूजा, दक्षिण में सरस्वती पूजा, गुजरात में अंबा गरबा की पूजा होती है। नवरात्र सामूहिक साधना का एक ऐसा पर्व है जिसे सामूहिक रूप से मनाने के मूल में राष्ट्रीय संगठन एवं सहकार की भावना भी पुष्ट होती है।
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