कराची एयरपोर्ट के निकट भीषण विस्फोट में सात चीनी नागरिकों की मौत
पाकिस्तान मे कराची एयरपोर्ट के कल रात हुए भीषण विस्फोट में चीन के सात नागरिकों की मौत हो गई और 22 अन्य घायल हो गए। एससीओ शिखर सम्मेलन की तैयारी मे जुटे पाकिस्तान मे इस घटना के बाद अफरा तफरी जैसे हालत हैं । बलूच ललिबरेशन आर्मी ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
कराची। यहां कल रात हुए भीषण विस्फोट में चीन के सात नागरिकों की मौत हो गई और 22 अन्य घायल हो गए। इस घटना ने पूरे पाकिस्तान को झकझोर दिया है क्योंकि यहां 15=16 को एससीओ की बैठक होने वाली है और इसमें कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष हिस्सा लेने वाले हैं।
इस हमले की जिम्मेदारी बीएलओ ने ली है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने चीन को आश्वासन दिया कि वह कल रात कराची हवाई अड्डे के पास हुए आतंकवादी हमले की जांच की व्यक्तिगत रूप से निगरानी करेंगे, जिसमें सात चीनी नागरिक मारे गए हैं।
देर रात जिन्ना अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास सड़क पर एक भीषण विस्फोट हुआ, जिसमें कुल सात लोगों की मौत हो गई और 22 अन्य घायल हो गए।शक्तिशाली विस्फोट के बाद विरोधाभासी बातें सामने आईं, जिसकी आवाज पूरे शहर में सुनी गई।
अधिकारी इसे आईईडी विस्फोट और एक वाहन के तेल टैंकर से टकराने के बाद हुआ विस्फोट कहने के बीच झूल रहे थे। विस्फोट स्थल की फुटेज में कई वाहन आग की लपटों में घिरे हुए दिखाई दे रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि बम निरोधक दस्ता विस्फोट की प्रकृति का पता लगाने के लिए काम कर रहा है।
प्रतिबंधित संगठन बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) के गैरकानूनी मजीद ब्रिगेड ने एक बयान जारी कर हमले की जिम्मेदारी ली है। आज एक बयान में पाकिस्तान स्थित चीनी दूतावास ने पुष्टि की कि उसके सात नागरिक मारे गए हैं।
प्रधानमंत्री शहबाज ने चीनी दूतावास का दौरा कर चीनी राजदूत जियांग जैदोंग से मुलाकात की और हमले पर अपनी संवेदना व्यक्त की। चीनी नागरिकों की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों की यथाशीघ्र पहचान करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
चीनी राजदूत ने पाकिस्तान द्वारा तत्काल प्रतिक्रिया और जांच शुरू करने के लिए आभार व्यक्त किया।