इस साल की दूसरी सोमवती अमावस्या कल, जानते हैं क्या है महत्व?
हर साल कृष्ण पक्ष में तीन सोमवती अमावस्या होती हैं। इस साल की दूसरी सोमवती अमावस्या दो सितम्बर को है। जानते हैं कि इस सोमवती अमावस्या का क्या है विशेष महत्व।
आगरा। इस वर्ष की दूसरी सोमवती अमावस्या दो सितम्बर को है। सोमवती अमावस्या वर्ष में तीन ही होती हैं। पहली आठ अप्रैल को हो चुकी है। दूसरी अमावस्या 2 सितम्बर को है जबकि तीसरी 30 दिसम्बर को होगी। वेदों में कृष्ण पक्ष को रात्रि माना गया है, इसलिए कृष्ण पक्ष में कोई शुभ काम नहीं किए जाते, लेकिन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली सोमवती अमावस्या का विशेष महात्म्य होता है।
वेदों में एवं ज्योतिष शास्त्र में दो पक्ष बताए गए हैं। पहला शुक्ल पक्ष और दूसरा कृष्ण पक्ष भगवान श्री कृष्ण ने गीता में कहा है कि शुक्ल पक्ष में किया गया कार्य शुभ होता है। इस पक्ष में जो स्नान दान आदि किया जाता है वो देवताओं के निमित्त होता है । शुक्ल पक्ष में दान करने वाला प्राणी देव लोक को जाता है। कृष्ण पक्ष में किए गए कार्य शुभ नहीं माने जाते हैं। जो पूजा ,पाठ, स्नान आदि किया जाता है वह पितरों के निमित्त होता है। कृष्ण पक्ष में मरने वाला प्राणी पितृ लोग को जाता है।
शुक्ल पक्ष को देवताओं का दिन कहा गया है और कृष्ण पक्ष को रात्रि कहा गया है, लेकिन कृष्ण पक्ष की कुछ तिथियां बेहद महत्व रखती हैं। जैसे दीपावली का त्योहार कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मनाया जाता है। इसी प्रकार सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहा जाता है। यह पूरे वर्ष में दो अथवा तीन ही पड़ती हैं।
सोमवती अमावस को गंगा स्नान का विशेष महत्व होता है। इस दिन तीर्थों के दर्शन, पूजा, पाठ, जप, दान स्नान आदि करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और हमारे पूर्वज खुश होते हैं।
वर्ष 2024 में दूसरी सोमवती अमावस्या 2 सितंबर 2024 को है। इस सोमवती अमावस्या को गंगा, जमुना, समुद्र, गोदावरी, मंदाकिनी आदि में स्नान कर पुण्य कमाने का मौका है। इस दिन पूजा, पाठ, जप, ब्राह्मणों को वस्त्र दान आदि कर अपने पितरों को प्रसन्न करें। इससे आपके दुख, कष्ट ,रोग, शोक, गरीबी, गृहक्लेश आदि से मुक्ति मिलेगी।
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