सनातनी कल की प्रतीक्षा न करें, आज जागे, अभी जागें
बाह। आजाद भारत में सनातन बोर्ड की मांग करनी पड़ रही है। अपना अधिकार मांगना पड़ रहा है। हिंदुओं के हित की बात को दबाया जा रहा है। वहीं वोटों की राजनीति के कारण अन्य धर्म की बात करने के लिए हजारों पक्षकार आ जाते हैं। संत महात्माओं को धर्म बचाने पर टारगेट किया जाता है। हमारे भगवान को काल्पनिक और सनातन को एचआईवी कह दिया जाता है। इसलिए सनातनियों आज जागो, अभी जागो कल की प्रतीक्षा मत करो।
-श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन आचार्य देवकी नंदन ठाकुर ने गोवर्धन लीला, महाराज, श्रीकृष्ण रुक्मणी विवाह का किया वर्णन
उन्होंने कहा कि सनातनियों ने साथ दिया तो भारत में सनातन बोर्ड भी बनेगा और भारत हिंदू राष्ट्र भी बनेगा। आचार्य देवकी नन्दन ठाकुर ने यह बात आज श्रीमद्भागवत कथा में छठे दिन कही।
उन्होंने कहा कि देश में बाहरी आक्रांता देश के लोगों के सहयोग से ही आए थे। मुगलों ने कई युद्धों में गाय माता को आगे रखा। क्योंकि वे जानते थे कि सनातनी राजा और सैनिक गाय माता पर शस्त्र नहीं चलाएंगे। वह छिपकर प्रहार करते थे। जिसके कारण वह जीते, लेकिन हमारे धार्मिक राजाओं ने प्राण और राज्य देना स्वीकार किया, परन्तु कभी गऊ माता पर हाथ और शस्त्र नहीं उठाए। आज गाय माता कितनी दुखी है।
भागवत कथा में कथा में आचार्य देवकी नंदन ने भगवान कृष्ण के बाल्यकाल का वर्णन करते हुए बताया कि भगवान ने ब्रजवासियों की रक्षा के लिए सात दिन सात रात तक अपनी कनिष्ठ अंगुली पर विशाल गिर्राज पर्वत उठा लिया था। इन्द्र ने घनघोर वर्षा की, लेकिन वर्षा ब्रज के ऊपर कोई कष्ट नहीं पहुंची सकी। देवराज इन्द्र आश्चर्य में रहे कि ये कैसे संभव है। जिस पर वह गुरु की शरण में गए। उन्होंने बताया वह ब्रह्म हैं। तुम्हारा कष्ट दूर करने पृथ्वी पर आए हैं।
उन्होंने कहा कि जीवन में गुरु से मंत्र लेकर गुरुमंत्र का जाप करना चाहिए। जीवन में सलाहकार अच्छे है, तो परिणाम भी अच्छे आएंगे और अगर सलाहकार गलत हैं तो परिणाम गलत आएंगे। शास्त्रों में संगत के बारे में कहा गया है कि संगत, अच्छी होनी चाहिए, बिना अच्छी संगत के जीवन अच्छा नही हो सकता।
आज की कथा में मुख्य रूप से चिराग उपाध्याय, जिला पंचायत अध्यक्ष मंजू भदौरिया, राष्ट्रीय बजरंग दल के मनोज कुमार, केशव दीक्षित, संघ के विभाग प्रचारक आनन्द, अरुण चतुर्वेदी, पवन चतुर्वेदी, दीपक शर्मा आदि उपस्थित थे।
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