सिख विरोधी दंगों में सज्जन कुमार को दूसरी बार उम्र कैद की सजा -

नई दिल्ली। 1984 के सिख विरोधी दंगों से जुड़े सरस्वती विहार हिंसा के मामले में दोषी कांग्रेस के पूर्व सांसद सज्जन कुमार को राऊज एवेन्यू कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। पूर्व सांसद सज्जन कुमार को दूसरी बार हुई उम्रकैद की सजा हुई है। इसके पहले वह दिल्ली कैंट मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं।

Feb 25, 2025 - 14:43
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सिख विरोधी दंगों में सज्जन कुमार को दूसरी बार उम्र कैद की सजा  -

-सरस्वती विहार में पिता-पुत्र की हत्या में सुनाई गई कांग्रेस के पूर्व सांसद को सजा

1984 में सिख विरोधी दंगों के दौरान दिल्ली के सरस्वती विहार में पिता-पुत्र की हत्या की गई थी। दिल्ली पुलिस और पीडितों ने इस मामले को रेयरेस्ट ऑफ रेयर की कैटेगरी में मानते हुए सज्जन कुमार के खिलाफ फांसी की सज़ा की मांग की थी। पुलिस ने कोर्ट में दाखिल लिखित दलीलों में कहा था कि यह मामला निर्भया केस भी कहीं ज़्यादा संगीन है। निर्भया केस में एक महिला को टारगेट किया गया। यहां पर एक समुदाय विशेष के लोगों को टारगेट किया गया।

1984 में सिखों का कत्लेआम मानवता के खिलाफ अपराध है। दिल्ली पुलिस ने अपनी दलील मे कहा था कि  एक समुदाय विशेष को इसमे टारगेट किया गया। इस दंगों ने समाज की चेतना को झकझोर कर रख दिया।

1  नवंबर 84 को दिल्ली के सरस्वती विहार इलाके मे दो सिखो जसवंत सिंह और उनके बेटे तरूणदीप सिंह की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी। इस घटना से संबंधित एफआईआर उत्तरी दिल्ली के सरस्वती विहार थाने में दर्ज की गई थी। शिकायतकर्ताओं द्वारा रंगनाथ मिश्रा आयोग के समक्ष दिए गए हलफनामे के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई थी।

 

SP_Singh AURGURU Editor