सपा प्रमुख अखिलेश यादव के चाचा राजपाल यादव का निधन, सपा में शोक की लहर
नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के चाचा राजपाल सिंह यादव का निधन हो गया है। अखिलेश यादव के चाचा राजपाल सिंह यादव का निधन गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में इलाज के दौरान हुआ है। वह काफी समय से बीमार चल रहे थे। आज (9 जनवरी) की तड़के 4 बजे उनका निधन हुआ। पैतृक गांव सैफई में उनका अंतिम संस्कार होगा।
वहीं राजपाल सिंह यादव के निधन पर सपा नेता और उनके भाई रामगोपाल यादव ने दुख जताया है। रामगोपाल यादव ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा-"मैं अत्यंत दुख के साथ ये सूचित कर रहा हूँ कि मेरे अनुज राजपाल सिंह का आज सुबह चार बजे मेदांता अस्पताल गुड़गांव में असामयिक निधन हो गया है। उनका अंतिम संस्कार मेरे पैतृक गाँव सैफई में आज दोपहर बाद किया जाएगा। प्रभु उनकी आत्मा को शांति दे और उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें। ॐ शांति !
सपा मुखिया के चाचा राजपाल यादव पिछले काफी दिनों से बीमार चल रहे थे, जिसके बाद उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उनका इलाज चल रहा था. लेकिन गुरुवार तड़के वो जिंदगी की जंग हार गए और उन्होंने अंतिम सांस ली। राजपाल यादव के निधन के बाद पूरे समाजवादी कुनबे में शोक पसर गया है। उनके घर पर सुबह से ही लोगों का पहुंचना शुरू हो गया है।
राजपाल यादव के पार्थिव शरीर को आज गुरुग्राम से उनके पैतृक गाँव सैफई ले जाया जाएगा.।जहां कुछ समय के लिए उनका शव अंतिम दर्शनों के लिए रखा जाएगा। हालांकि उनका अंतिम संस्कार आज होगा या नहीं, इसे लेकर अभी तक कोई खास जानकारी नहीं मिल पाई है। आज सैफई में एक बार फिर पूरा यादव कुनबा एकसाथ दिखाई देगा।
अखिलेश यादव के पिता मुलायम सिंह यादव पांच भाई थे। इन पांच भाइयों में चौथे नंबर पर राजपाल सिंह यादव का नाम आता है। राजपाल यादव मुलायम सिंह से छोटे थे और शिवपाल यादव से बड़े थे। शिवपाल यादव सबसे छोटे भाई है। राजपाल के बेटे अंशुल भी सक्रिय राजनीति में हैं। अंशुल लगातार दूसरी बार निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष चुने गए हैं। राजपाल की पत्नी प्रेमलता यादव भी राजनीति में रही। उन्होंने 2005 में प्रेमलता ने राजनीति में कदम रखा था। वो यादव परिवार की पहली महिला थी जो राजनीति में आईं। हालांकि बाद में शिवपाल सिंह यादव की पत्नी सरला यादव, अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव और प्रतीक यादव की पत्नी अपर्णा यादव ने राजनीति में कदम रखा।
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