गोवर्धन परिक्रमा मार्ग के अपने हिस्से का चार चरणों में विकास करेगी राजस्थान सरकार
गोवर्धन (मथुरा)। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने आज गिर्राज महाराज की परिक्रमा मार्ग में स्थित पूंछरी पहुंचकर पूंछरी का लौठा और गोवर्धन परिक्रमा विकास योजना की आधारशिला रखी। इस दौरान उन्होंने श्रीनाथजी के मंदिर में पूजा अर्चना की और गिर्राज महाराज जी महाराज का आशीर्वाद भी लिया।
-राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने पूंछरी का लौठा एवं गोवर्धन परिक्रमा विकास परियोजना का किया शिलान्यास
राजस्थान के मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि राज्य में एक तरफ हमारे तीर्थों का विकास हो रहा है, वहीं दूसरी तरफ तेजी से बुनियादी ढांचे का निर्माण भी हो रहा है। हम प्रदेश में सड़कों और नए एक्सप्रेस-वे का जाल बिछाने के अपने संकल्प पर निरंतर काम कर रहे हैं, जिसका फायदा श्रद्धालुओं को भी मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गिरिराज जी की परिक्रमा करने के लिए हर साल करीब 2 करोड़ श्रद्धालु आते हैं। 21 किलोमीटर की यह परिक्रमा भारतीय परिवारों के जीवन का हिस्सा बन गई है। नंगे पैर या दंडवत परिक्रमा करते श्रद्धालु, छप्पन भोग के प्रसाद से सजी झांकियां त्योहार का माहौल बनाती हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार की यह विकास परियोजना इस पावन धाम की आध्यात्मिक खूबसूरती में इजाफा करेगी।
श्री शर्मा ने कहा कि गिरिराज जी की परिक्रमा में 1.2 किलोमीटर का राजस्थान में पड़ने वाला हिस्सा परिक्रमा का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसमें श्रीनाथजी, पूंछरी का लौठा आदि प्रमुख मंदिर और अप्सरा एवं नवल कुंड जैसे कई पवित्र स्थल हैं। उन्होंने कहा कि पूंछरी में शीघ्र ही पूरे देश और दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं को सभी सुविधाएं मिल सकेंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गिरिराज जी परिक्रमा पथ के विकास को चार जोन में बांटकर विकसित करने की योजना बनाई गई है। आज पहले जोन का शिलान्यास हुआ है जिसमें श्रीनाथ जी मंदिर, पूंछरी का लौठा मंदिर, दाऊजी का मंदिर, गंगा मंदिर, नरसिंह जी मंदिर, मुखारबिंद, अप्सरा कुंड एवं नवल कुंड, फाउंटेन, राधा वाटिका, बोटेनिकल गार्डन, लोटस पौंड, मयूर वाटिका, विष्णु अवतार गार्डन का विकास करवाया जाएगा।
इसके बाद दूसरे जोन में भव्य प्रवेश एवं निकास द्वार, मार्ग का सौंदर्यीकरण, रोशनी, विश्राम मंडप, पेयजल सुविधाओं, फूड जॉइंट एवं स्टॉल, भगवान श्री कृष्ण से संबंधित मूर्तियां, गैलरियों का निर्माण जैसे कार्य करवाए जाएंगे। तीसरे जोन में परिक्रमा मार्ग के बाहर एंट्री प्लाजा, ग्रीन कैनाल वाटरफ्रंट, पार्किंग, गोठ स्थल, भजन एवं कीर्तन स्थल, पौराणिक आर्ट गैलरी, गिरिराज जी म्यूजियम, सांस्कृतिक केंद्र, आध्यात्मिक केंद्र, आर्ट विलेज आदि का विकास किया जाएगा। चौथे जोन में बनने वाली 250 फुट ऊंची मूर्ति श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र होगी। इस जोन में आश्रम गांव, मेडिटेशन हॉल, गौशालाओं, राजस्थानी हैंडीक्रॉफ्ट बाजार आदि का विकास किया जाएगा।
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