इनके यहां तो वाशिंग मशीन लगी- प्रियंका गांधी
नई दिल्ली। लोकसभा में शुक्रवार को संविधान पर चर्चा हो रही है। इस चर्चा में कांग्रेस की ओर से हिस्सा लेते हुए प्रियंका गांधी ने संसद में अपना पहला स्पीच भी दिया। उन्होंने कहा कि हमारे देश में संवाद और चर्चा की परंपरा रही है। ये गौरवशाली परंपरा है। दर्शन ग्रंथों, वेदों में भी ये परंपरा दिखती है। इस्लाम, सूफियों, जैन, बौद्ध धर्म में भी इसकी संस्कृति रही है। इसी परंपरा से उभरा हमारा स्वतंत्रता संग्राम।
प्रियंका ने कहा कि आप भी अपनी गलतियों के लिए माफी मांग लीजिए। आप भी बैलेट पर चुनाव कर लीजिए। सत्ता पक्ष के एक साथी ने यूपी सरकार का उदाहरण दिया, मैं भी महाराष्ट्र सरकार का उदाहरण देती हूं। महाराष्ट्र के सरकार को तोड़ने की कोशिश किसने की? क्या ये सरकारें जनता ने नहीं चुनी थीं। देश की जनता जानती है कि इनके यहां तो वॉशिंग मशीन है। इस तरफ दाग, उस तरफ स्वच्छता।
प्रियंका गांधी ने कहा कि हमारा स्वतंत्रता संग्राम अनोखा संग्राम था। अनोखी लड़ाई थी, जो अहिंसा पर आधारित थी। ये जो लड़ाई थी, ये बेहद लोकतांत्रिक लड़ाई थी। इसमें देश के जवान, किसान, अधिवक्ता चाहें किसी भी धर्म, जाति के थे, सब इसमें शामिल हुए। सबने आजादी की लड़ाई लड़ी। उसी लड़ाई से एक आवाज उभरी, जो हमारे देश की आवाज थी। वही आवाज आज हमारा संविधान है। साहस की आवाज थी।
प्रियंका गांधी ने हाल ही में संभल में हुई हिंसा का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि संभल के कुछ लोग मिलने आए थे। उनमें दो बच्चे थे अदनान और उजैर। एक बच्चा मेरे बच्चे की उम्र का था, दूसरा उससे छोटा। ये दोनों दर्जी के बेटे थे। वो अपने बेटे को कुछ बनाना चाहते थे। उनके पिताजी हर रोज उन्हें स्कूल छोड़ते थे। उन्होंने भीड़ देखी, घर आने की कोशिश की तो पुलिस ने गोली मार दी। वो अदनान मुझसे कहता है कि मैं बड़ा होकर डॉक्टर बनकर दिखाऊंगा। पिता का सपना सचकर दिखाऊंगा। ये आशा उसके दिल में संविधान ने डाली है।
प्रियंका गांधी ने कहा, सरकार आरक्षण को कमजोर करने का काम कर रही है। लोकसभा में ये नतीजे नहीं आते तो ये संविधान बदलने का काम भी शुरू कर देते। इस चुनाव में इन्हें पता चल गया कि देश की जनता ही संविधान को सुरक्षित रखती है। हारते हारते जीतने के बाद इन्हें अहसास हुआ कि ये बात देश में नहीं चलेगी। प्रियंका ने कहा, जाति जनगणना जरूरी है, जिससे पता चले कि किसकी क्या संख्या है। नीतियां उस हिसाब से बने। प्रियंका गांधी ने बिना नाम लिए पीएम मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, जब चुनाव में विपक्ष ने जाति जनगणना की आवाज उठाई तो इन्होंने जवाब दिया भैंस चुरा लेंगे, मंगलसूत्र चुरा लेंगे। ये गंभीरता है इनकी।
प्रियंका गांधी ने कहा कि आप महिला शक्ति की बात करते हैं। चुनाव की वजह से आज इतनी बात हो रही है। संविधान में महिलाओं को अधिकार दिया और उसे वोट में परिवर्तित किया। आज आपको पहचानना पड़ा कि उनकी शक्ति के बिना आपकी सरकार नहीं बन सकती। नारी शक्ति अधिनियम लागू क्यों नहीं करते? क्या आज की नारी दस साल इंतजार करेगी?
उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष के साथी पुरानी बातें करते हैं। नेहरू जी ने क्या किया? वर्तमान की बात करिए। आप क्या कर रहे हैं? आपकी जिम्मेदारी क्या है? सारी जिम्मेदारी जवाहरलाल नेहरू की है? ये सरकार बेरोजगारी से जूझ रही जनता को क्या दे रही है। एमएसपी तो छोड़िए डीएपी तक नहीं मिल रहा है। वायनाड से ललितपुर तक देश का किसान रो रहा है। इस देश का किसान भगवान भरोसे है।
प्रियंका गांधी ने उद्योगपति गौतम अडानी का नाम लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा। प्रियंका ने कहा कि देश देख रहा है कि एक व्यक्ति को बचाने के लिए ये सब हो रहा है। सारे मौके, सारे संसाधन एक ही व्यक्ति को दिए जा रहे हैं। आम लोगों के मन में ये धारणा बन रही है कि सरकार अडानी के मुनाफे के लिए काम कर रही है। जो गरीब है वो और गरीब हो रहा है। जो अमीर है, वो और अमीर हो रहा है।
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