यूपी-एमपी के 150 गांवों को जोड़ने वाला पौंटून पुल अधर में, 15 तक शुरू होना था
पिनाहट। पिनाहट क्षेत्र चंबल नदी घाट पर पौंटून पुल 15 अक्टूबर तक बनकर तैयार हो जाना था, लेकिन इस बार इसकी अभी तक तैयारी तक शुरू नहीं हो सकी है।
यह पुल 15 अक्टूबर से 15 जून की अवधि से लिए बनाया जाता है। 15 अक्टूबर में अब मात्र छह दिन शेष हैं। लोक निर्माण विभाग और उसके ठेकेदार में अभी कोई सुगबुगाहट तक नहीं है।
बता दें कि यह पौंटून पुल उत्तर प्रदेश को मध्य प्रदेश से जोड़ता है। सूत्र बताते हैं कि इस साल अभी तक पुल के लिए वेल्डिंग कार्य और पुल लगाने लगाने का ठेका तक नहीं हुआ है। पुल निर्माण में देरी का खामियाजा दोनों राज्यों के करीब 150 गांवों के लोगों को भुगतना पड़ेगा।
यही नहीं, वन विभाग को पुल के नवीनीकरण का शुल्क भी जमा नहीं किया गया है, जिससे भी पुल निर्माण में और देरी हो सकती है। पीडब्ल्यूडी चाहे तो 15 अक्टूबर से पहले पुल को लगाने की तैयारी हो सकती है, मगर इस बार विभाग की लापरवाही के चलते यह काम समय पर नहीं हो पाएगा।
बता दें कि समय अवधि समाप्त होने के बाद पुल को एक दिन अधिक भी नहीं चलने दिया जाता। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बीच बनने वाले पौंटून पुल को दोनों राज्यों के वन विभाग से भी अनुमति लेनी पड़ती है और उसका शुल्क भी जमा किया जाता है। दशहरा आ चुका है। इसके बाद दीपावली और फिर सहालग शुरू हो जाएंगे। मध्य प्रदेश के गांवों के लोग पिनाहट का बाजार करने के लिए आते हैं। पुल शुरू न होने से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
पिछले वर्ष भी करीब डेढ़ माह की देरी के बाद पुल को सुचारु किया गया था। समाजसेवी अवधेश तोमर, भूरा चौहान, नरेश परिहर, उमेश गुप्ता ने पुल को जल्द तैयार करने यातायात के लिए खोलने की मांग की है। पुल ठेकेदार चंद्रसेन तिवारी का कहना है कि चंबल का जलस्तर अभी बढ़ा हुआ है। पानी और कम होते ही जल्द ही पुल का मरम्मत कर इसे शुरू किया जाएगा।
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