पुलिसकर्मियों पर जमीन कब्जाने और धमकाने का आरोप, मुकदमा दर्ज
आगरा। थाना ताजगंज में कोर्ट के आदेश पर जमीन कब्जाने और धमकाने के आरोप में पुलिसकर्मियों के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज हुआ है। पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज किया है। अब पुलिस ने आरोपों की जांच शुरु कर दी है।
गौरतलब है कि ताजगंज के सैमरी का ताल निवासी अंजू देवी ने आरोप लगाया है कि वर्तमान में डायल 112 में आगरा में तैनात सिपाही अंशू यादव ने उनके परिवार का जीना हराम कर दिया है। सिपाही से पहले उनकी जान पहचान थी। उन्होंने उसे किसान से 232 वर्गगज का एक प्लॉट दिलवाया था। जान पहचान होने के कारण अंशु यादव ने ने उनके पति से दोस्ती गांठ ली। वह उन्हें भी भाभी कहने लगा। घर आने जाने लगा। उनका विमल एंकलेव में मकान था। इस दौरान उसने कहा कि भाभी आपके मकान में रह लेता हूं। मेरा मकान बन रहा है। जब बन जाएगा तो चला जाऊंगा। जान पहचान होने के कारण दोनों ने सिपाही को मकान में रहने दिया। उसके बाद उसकी नियत खराब हो गई। उसने अब मकान पर कब्जा कर लिया है। जब उसने मकान खाली करने को कहा तो वह उसने पति के साथ मारपीट की। इस मामले में कोर्ट के आदेश पर थाना ताजगंज में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पति के साथ की मारपीट, जबरन एग्रीमेंट करवाया
अंजू देवी का कहना है कि 17 जनवरी 2023 को अंशु यादव ने अपने साथियों के साथ मिलकर उनके पति अमर सिंह यादव को घर के बाहर से उठाकर जेल भिजवा दिया। जेल से बाहर आने के बाद भी धमकियां दी जाने लगीं कि या तो मकान उनके नाम बैनामा कर दो या 80 लाख रुपये दो। इसी विवाद के चलते 28 सितंबर 2023 को ताजगंज थाने में शिकायत देने के बाद उनके पति को बंधक बनाकर जबरन एग्रीमेंट करवाया गया।
आरोपियों ने फिर से किया हमला
27 सितंबर 2023 की रात को अंशु यादव और अन्य पुलिसकर्मियों ने अंजू देवी के घर के बाहर चक्कर लगाने शुरू कर दिए। जैसे ही उनके पति घर पहुंचे, उनके साथ मारपीट की गई और पुलिस की गाड़ी में बैठाकर थाने ले जाया गया। जब अंजू देवी ताजगंज थाने पहुंचीं, तो वहां मिलने की अनुमति भी नहीं दी गई और दरोगा ने धमकाकर भगा दिया।
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