पीएम ने महाकुम्भ के विकास कार्यों का किया निरीक्षण, सात सौ करोड़ परियोजनाओं का शुभारंभ
महाकुम्भ नगर (प्रयागराज)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज प्रयागराज पहुंचे। यहां उन्होंने महाकुंभ मेला 2025 के लिए विकास कार्यों का निरीक्षण किया और करीब 7000 करोड़ रुपए की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री ने संगम पर पूजा अर्चना की। वह अक्षय वट और लेटे हनुमान मंदिर के भी दर्शन किए। इसके साथ ही पीएम कुम्भ ‘सहायक’ चैटबॉट का भी शुभारंभ किया। इन परियोजनाओं से न केवल महाकुम्भ 2025 का आयोजन को भव्य और दिव्य बनाने में मदद मिलेगी, बल्कि प्रयागराज को भी एक नई पहचान मिलेगी।
पीएम मोदी प्रयागराज दौरे पर दोपहर करीब 12:15 बजे संगम स्थल पर पूजा-अर्चना और दर्शन किया। दोपहर करीब 12:40 बजे प्रधानमंत्री ने अक्षय वट वृक्ष स्थल पर पूजा की। प्रधानमंत्री ने उसके बाद हनुमान मंदिर और सरस्वती कूप में दर्शन और पूजा की। दोपहर करीब 1:30 बजे उन्होंने महाकुम्भ प्रदर्शनी स्थल का भ्रमण किया। पीएम ने दोपहर करीब 2 बजे महाकुम्भ 2025 के लिए विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इसमें प्रयागराज में आधारभूत सुविधाओं को बढ़ावा देने और निर्बाध संपर्क प्रदान करने के लिए 10 नए रोड ओवर ब्रिज (आरओबी) या फ्लाईओवर, स्थायी घाट और रिवरफ्रंट सड़कें जैसी विभिन्न रेल और सड़क परियोजनाएं शामिल हैं।
स्वच्छ और निर्मल गंगा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, प्रधानमंत्री गंगा नदी की ओर जाने वाले छोटे नालों को रोकने, टैप करने, मोड़ने और उपचारित करने की परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया। इससे नदी में बिना उपचार वाले जल का गंगा नदी में पहुंचना पूरी तरह से रोक पाना सुनिश्चित होगा। उन्होंने पेयजल और बिजली से संबंधित विभिन्न इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया।
प्रधानमंत्री ने मंदिर के प्रमुख कॉरिडोर का भी उद्घाटन किया। इनमें भारद्वाज आश्रम कॉरिडोर, श्रृंगवेरपुर धाम कॉरिडोर, अक्षयवट कॉरिडोर, हनुमान मंदिर कॉरिडोर आदि शामिल हैं। इन परियोजनाओं से श्रद्धालुओं की पहुंच आसान होगी और आध्यात्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। प्रधानमंत्री ने कुम्भ ‘सहायक’ चैटबॉट का भी शुभारंभ किया। यह चैटबॉट महाकुंभ मेला 2025 के बारे में श्रद्धालुओं को मार्गदर्शन और कार्यक्रमों की नवीनतम जानकारी प्रदान करेगा।
प्रधानमंत्री मोदी का प्रयागराज दौरा विकास की एक नई गाथा लिखेगा। महाकुम्भ 2025 के लिए प्रस्तावित परियोजनाएं प्रयागराज की सांस्कृतिक पहचान को विश्व स्तर पर सुदृढ़ करेंगी और शहर को एक नई ऊंचाई पर ले जाएंगी। इन परियोजनाओं से न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था में भी तेजी आएगी। यातायात सुविधाओं में सुधार से यात्रियों और श्रद्धालुओं को राहत मिलेगी।
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