ताज लिटरेचर क्लब की काव्य गोष्ठी में पढ़ी गईं देशभक्ति से ओतप्रोत रचनाएं

आगरा। ताज लिटरेचर क्लब द्वारा गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित की गई काव्य गोष्ठी में कवियों ने देशभक्ति से परिपूर्ण रचनाओं से जोश भर दिया।

Jan 25, 2025 - 18:25
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ताज लिटरेचर क्लब की काव्य गोष्ठी में पढ़ी गईं देशभक्ति से ओतप्रोत रचनाएं
ताज लिटरेचर क्लब की काव्य गोष्ठी में उपस्थित कवि और साहित्यकार।

ईश्वर नगर,  शास्त्रीपुरम में हुई काव्य गोष्ठी के साथ विचार गोष्ठी भी रखी गई थी। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि राजेंद्र मिलन, विशिष्ट अतिथि डॉ. शशि गुप्ता, विशिष्ट अतिथि रामेंद्र शर्मा रवि, कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ. राम प्रकाश चतुर्वेदी, इंजीनियर राजकुमार शर्मा ने सरस्वती मां के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

ब्रजभाषा के वरिष्ठ साहित्यकारों ने देशभक्ति से ओतप्रोत कविताएं प्रस्तुत की गईं, जिससे श्रोता मंत्रमुग्ध हो उठे। आचार्य उमाशंकर पाराशर, रविन्द्र वर्मा,  डॉ. हरवीर परमार, कामेश सनसनी, डॉ. शिखरेश तिवारी, डॉ. शुभदा पाण्डेय, डॉ. राजेंद्र दबे, डॉ. शेषपाल सिंह शेष, प्रभुदत्त उपाध्याय, हरीश भदौरिया, राजेंद्र दंडौतिया, डॉ. सुषमा सिंह, राज फौजदार ने काव्य पाठ किया।

अनुपमा दीक्षित की पंक्तियां थीं- भारत मां के लाल वतन पर हंसकर जान लुटाते हैं, धरा धाम का कर्ज चुकाकर ओढ तिरंगा आते हैं। डॉ. राम प्रकाश चतुर्वेदी ने इन पंक्तियों से श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया- मम मोक्ष दायनी तरण तारणी, सूर्य सूता संग शारदा गंगा। संगम तीर्थ धरा पर बहती ऐसी पतित पावनी है मां गंगा।

कार्यक्रम का संचालन कवयित्री अनूपमा दीक्षित ने किया। संस्था की अध्यक्ष भावना वरदान शर्मा ने कहा कि गणतंत्र दिवस का यह पर्व हमें देश के प्रति अपने कर्तव्यों का बोध कराता है। यह राष्ट्र का पर्व है।

मुख्य अतिथि राजेंद्र मिलन ने कहा कि किसी भी देश की संस्कृति में साहित्य और कला का विशेष योगदान होता है। हिंदी साहित्य में ब्रजभाषा का प्रमुख स्थान है। ब्रजभाषा के क्षेत्र में कार्य होना चाहिए और ब्रजभाषा के लेखकों को प्रोत्साहन मिलना चाहिए।

कार्यक्रम में रोहित कत्याल, लालाराम तैनगुरिया, अलका सिंह, कृष्ण दत्ताचार्य, नीरू शर्मा आदि उपस्थित रहे।

SP_Singh AURGURU Editor