केंद्र के नये भारतीय शिक्षा बोर्ड को प्रमोट करेगी पतंजलि

नवगठित भारतीय शिक्षा बोर्ड को योग गुरु बाबा रामदेव की पतंजलि प्रमोट करेगी ताकि अधिकाधिक स्कूल इस बोर्ड से संबद्धता ले सकें।

Sep 9, 2024 - 20:31
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केंद्र के नये भारतीय शिक्षा बोर्ड को प्रमोट करेगी पतंजलि
पतंजलि यूनिवर्सिटी हरिद्वार में आयोजित बैठक मे योग गुरु रामदेव, डा. सुशील गुप्ता एवं अन्य।

आगरा। केंद्र सरकार ने भारतीय शिक्षा बोर्ड नाम से एक नई संस्था का इस उद्देश्य से गठन किया है कि इस बोर्ड से संबद्ध स्कूलों में में बच्चों के बीच भारतीय संस्कृति और नैतिक मूल्यों के बीज प्रत्यारोपित किए जाएं। भारत को भारतीय मूल्यों और संस्कृति के जरिए पुनः विश्व गुरु बनाने की जिम्मेदारी योग गुरु बाबा रामदेव की पतंजलि यूनिवर्सिटी को दी गई है। मतलब पतंजलि इस बोर्ड को प्रमोट करेगी।

शिक्षा द्वारा भारत के आमूल-चूल परिवर्तन के लिए भारतीय शिक्षा बोर्ड के कार्यकारी अध्यक्ष और सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी एनपी सिंह द्वारा बुलाई गई बैठक में इस बात पर मंथन किया गया कि भारतीय शिक्षा बोर्ड किस प्रकार देश भर में शिक्षा को लेकर महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। नवगठित भारतीय शिक्षा बोर्ड उसी तरह से शिक्षण संस्थानों को संबद्धता देगा, जैसा कि सीबीएसई व राज्यों के शिक्षा बोर्ड दिया करते हैं। अभी तक देश के 11 स्कूलों ने इस बोर्ड से स्वयं को संबद्ध भी कर लिया है। संबद्ध स्कूलों में रुटीन शिक्षा के साथ ही बच्चों में भारतीय संस्कृति और नैतिक मूल्यों के विकास पर विशेष जोर दिया जाएगा। 

हरिद्वार स्थित पतंजलि यूनिवर्सिटी में हुई इस बैठक की अध्यक्षता बाबा रामदेव कर रहे थे। एनपी सिंह और बाबा रामदेव ने बैठक में मौजूद शिक्षा से जुड़े लोगों द्वारा दिए गए सुझावों को गौर से सुना और शंकाओं का समाधान किया। स्वामी रामदेव ने भारतीय शिक्षा बोर्ड के विज़न और मिशन पर बोलते हुए कहा कि यह भारत सरकार द्वारा स्थापित विधि सम्मत राष्ट्रीय बोर्ड है, जिसे देश-विदेश के समस्त विश्वविद्यालयों व सरकारों द्वारा उच्च शिक्षा व रोजगार के लिए मान्यता प्रदान की जा चुकी है। इसका राष्ट्रव्यापी प्रचार-प्रसार अभियान आगामी महीनों में जोर-शोर से प्रारंभ कर दिया जाएगा।

इस बैठक में नीसा (नेशनल इंडिपेंडेंट स्कूल्स अलायंस) का एक प्रतिनिधिमंडल भी पहुंचा, जिसमें हरियाणा से नीसा अध्यक्ष कुलभूषण शर्मा, उत्तरप्रदेश से नीसा उपाध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता, राजस्थान से डॉ. दिलीप मोदी, दिल्ली से अशोक ठाकुर और प्रेम देसवाल शामिल थे। नीसा की टीम ने नवगठित बोर्ड के बारे में अभी कोई फैसला तो नहीं लिया है, लेकिन अध्ययन जरूर किया जा रहा है। 

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SP_Singh AURGURU Editor