एकाकी जीवन का दर्द: घर में तीन दिन सड़ता रहा रिटायर्ड शिक्षिका का शव

आगरा। लोग किस कदर अकेले हो गए हैं, इसका सच आज एक रिटायर्ड टीचर की मौत से सामने आया। अकेले रह रही रिटायर्ड शिक्षिका का शव तीन दिन तक घर के अंदर चढ़ता रहा। परिजन 3 दिन से फोन मिला रहे थे। फोन उठ नहीं रहा था, लेकिन किसी ने उन तक पहुंच कर वजह जानने की कोशिश नहीं की।

Oct 13, 2024 - 20:33
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एकाकी जीवन का दर्द: घर में तीन दिन सड़ता रहा रिटायर्ड शिक्षिका का शव

सेवानिवृत्त शिक्षिका की कब और कैसे मृत्यु हो गई, इस सवाल का फिलहाल उनके परिजनों पर भी कोई जवाब नहीं है। वे ख़ुद हतप्रभ हैं। बस वो इतना बता पा रहे हैं कि तीन दिन से उनकी मृतका से बात नहीं हो पा रही थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। 

मामला आवास विकास कालोनी के सेक्टर 16 का है। यहाँ एक मकान में सेवानिवृत्त शिक्षिका 65 वर्षीय विमलेश अकेली ही रहती थीं। आज सुबह पड़ोसी को इनके घर के अंदर से दुर्गंध आई तो इसकी सूचना परिजनों को दी। परिजन वहाँ पहुंचे। घर को खोलकर देखा तो अंदर टीचर का शव पड़ा हुआ था। इनका मायका मैनपुरी में है। 

मृतका के परिजनों ने बताया कि वे तीन दिन से इन्हें फोन कर रहे थे, लेकिन फोन रिसीव नहीं हो रहा था। घर में से दुर्गंध आने पर पड़ोसी की सूचना पर वे यहाँ आए और गेट नहीं खुलने पर पुलिस को बुलाया। पुलिस के पहुंचने पर कुंडी तोड़कर कमरे में देखा तो विमलेश का शव पड़ा हुआ था।

आशंका है कि इनकी मौत तीन दिन पहले ही हो चुकी थी। इसका कारण फिलहाल हार्ट अटैक या अन्य बीमारी हो सकता है। पड़ोसियों का कहना है कि शिक्षिका किसी से ज्यादा बातचीत नहीं करती थीं। बस पास की एक दुकान तक ही जाती थीं।

SP_Singh AURGURU Editor