आगरा ट्रेड सेंटर पर रोजगार मेले में 1570 महिलाओं ने कराया पंजीकरण
आगरा। जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने रिया अस्थाना मेमोरियल फाउंडेशन और स्टोनमैन हेल्प फाउंडेशन द्वारा शनिवार को सींगना स्थित आगरा ट्रेड सेंटर में आयोजित महिला रोजगार मेले में मुख्य अतिथि के रूप में महिलाओं के सशक्तिकरण पर जोर दिया। इस मेले में 1570 महिलाओं ने रोजगार के लिए अपना पंजीकरण कराया।
-महिला सशक्तिकरण से ही सशक्त होगा देश: जिलाधिकारी
जिलाधिकारी ने कहा कि भारत में आज 33 प्रतिशत महिलाएं रोजगार से जुड़ी हुई हैं, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में यह आंकड़ा 37 प्रतिशत तक पहुंच गया है। यह उपलब्धि सरकार की गुड गवर्नेंस और महिलाओं के लिए बनाई गईं नीतियों और योजनाओं का परिणाम है।
उन्होंने महिला रोजगार मेले की पहल की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन हर छह महीने में किए जाने चाहिए, ताकि महिलाओं को रोजगार के नए अवसर मिल सकें। वे आत्मनिर्भर बन सकें। जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा, "महिला सशक्तिकरण से ही देश सशक्त होगा।"
रोजगार मेले में 1570 महिलाओं ने भागीदारी की और रोजगार के लिए अपना पंजीकरण कराया। कार्यक्रम ने न केवल महिलाओं को आर्थिक अवसर प्रदान किया, बल्कि उन्हें समाज में उनकी भूमिका और महत्व का अहसास भी कराया।
इससे पूर्व मेले का दीप प्रज्वलित कर शुभारम्भ मंचासीन अतिथि संयुक्त आयुक्त उद्योग अनुज कुमार, एफमेक के अध्यक्ष पूरन डावर, हैंडीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन (एचईए) के सचिव डॉ. एस.के. त्यागी, लघु उद्योग भारती के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक अग्रवाल, एनसीआईसी के उपाध्यक्ष अम्बा प्रसाद गर्ग, किशोर फाउंडेशन के अध्यक्ष दीपक अग्रवाल, एफएएफएम के अध्यक्ष कुलदीप सिंह, बसंत ओवरसीज के चेयरमैन केएस गुजराल, वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. केसी जैन, इफ्कोमा के महासचिव दीपक मनचंदा, टीयर्स इंस्टीट्यूट की निदेशक डॉ. रीता अग्रवाल ने संयुक्त रूप से किया।
संयुक्त आयुक्त उद्योग अनुज कुमार ने सरकार की योजनाओं की जानकारी देकर महिलाओं को प्रेरित किया। वहीं एफमेक के अध्यक्ष पूरन डावर ने आर्थिक आजादी की तुलना स्वतंत्रता संग्राम से करते हुए महिलाओं को रानी लक्ष्मीबाई जैसी वीरांगनाओं के उदाहरण से प्रेरणा लेने का संदेश दिया।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपस्थित महिलाओं की भागीदारी ने उनके साहस और दृढ़ता को प्रदर्शित किया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वे आर्थिक स्वतंत्रता के इस संघर्ष में पूरी तरह समर्पित हैं। यह आयोजन महिलाओं को प्रेरित करने और उनके उद्यमशीलता के सपनों को साकार करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।
स्वागत उद्बोधन में रिया अस्थाना मेमोरियल फाउंडेशन और हैंडीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन (एचईए) के अध्यक्ष रजत अस्थाना ने कहा कि इस मेले की शुरुआत एक ट्रेनिंग और ऑपर्चुनिटी प्रोग्राम के रूप में की गई है। उन्होंने इस पहल का मुख्य उद्देश्य बताते हुए कहा कि चीन जैसे देशों से प्रेरणा लेकर हमारे उद्योगों में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाना है।
उन्होंने जोर दिया कि महिलाओं को कौशल प्रशिक्षण और अवसर प्रदान कर हम उन्हें न केवल आर्थिक रूप से सशक्त बना सकते हैं, बल्कि देश की औद्योगिक प्रगति में भी उनका महत्वपूर्ण योगदान सुनिश्चित कर सकते हैं। इस मेले के माध्यम से यह प्रयास किया जा रहा है कि महिलाएं अपने हुनर को पहचानें और उसका व्यावसायिक उपयोग कर अपने और देश के विकास में सहभागी बनें।
अंत में धन्यवाद ज्ञापन स्टोनमैन हेल्प फाउंडेशन के अध्यक्ष शिशिर अस्थाना ने किया। इस मौके पर एफमेक उपाध्यक्ष राजेश सहगल, ईशान कॉलेज के निदेशक डॉ. पंकज शर्मा, प्रदीप वासन, ललित जैन, डॉ. मुनीश्वर गुप्ता, रोमी मगन, अशोक अरोडा़, रानी सिंह, कुसुम महाजन, प्रधान सिंगना दिगपाल सिंह, सचिन शंकर आदि मौजूद रहे।
उत्कृष्ठता के लिए हुआ महिला कर्मचारियों का सम्मान
कार्यक्रम के दौरान उत्कृष्टता के लिए विभिन्न फैक्ट्रियों में कार्यरत महिला कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। इनमें स्टोनमेन क्राफ्ट्स इंडिया, मैग्नम शूज, किशोर एक्सपोर्ट, और फ्रीडम शूज जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों की महिलाएं शामिल थीं।
जिलाधिकारी द्वारा जिन कर्मचारियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए, उनमें पवन कुमारी, वंदना अग्रवाल, सपना सूर्यवंशी, डोली वर्मा, सविता शर्मा, भावना देवी, रेखा उप्रेती, पूजा देवी, विनीता यादव, बेबी माहौर, काजल, रजनी, माधुरी, नीलम, और पूनम आदि शामिल हैं।
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