अब मरीज को दिल्ली या जयपुर जाने की जरूरत नहीं, एसएन रच रहा नया इतिहास

आगरा। एसएन मेडिकल कॉलेज ने चिकित्सा के क्षेत्र में ऐतिहासिक सफलता हासिल करते हुए एक ऐसा जटिल ऑपरेशन किया है, जो अब तक सिर्फ दिल्ली और जयपुर जैसे बड़े शहरों में संभव था। यह उपलब्धि न केवल मरीज के जीवन को बचाने वाली है, बल्कि आगरा और आसपास के मरीजों के लिए नई उम्मीद भी है।

Nov 28, 2024 - 18:07
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अब मरीज को दिल्ली या जयपुर जाने की जरूरत नहीं, एसएन रच रहा नया इतिहास
एसएन मेडिकल कालेज के डा. सुशील सिंघल और उनकी सहयोगी टीम मरीज के साथ

 -एसएन में पहली बार हुआ जटिल आर्टोबायफ़ेमरोल बायपास ऑपरेशन, डॉ. सुशील सिंघल और उनकी टीम ने रचा इतिहास, मरीज के जीवन को दी नई रोशनी

बाह तहसील के गांव सन्नपुरा निवासी 40 वर्षीय रिक्शा चालक कदम सिंह परिवार में इकलौता कमाने वाला है। वह पिछले 2 साल से पैरों में असहनीय दर्द और गैंगरीन की समस्या से जूझ रहा था। उसके दोनों पैरों में खून का प्रवाह रुकने के कारण हालात इतने खराब हो गए थे कि वह न तो चल सकता था और न ही काम कर पा रहा था। 

दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने के बावजूद कोई राहत नहीं मिली। अंततः उन्होंने एसएन मेडिकल कॉलेज के सीटीवीएस सर्जन डॉ. सुशील सिंघल से संपर्क किया। जांच में पाया गया कि दिल से खून ले जाने वाली मुख्य धमनी बंद हो गई थी, जिसके कारण पैरों तक खून नहीं पहुंच रहा था।

जटिल ऑपरेशन की योजना:

मरीज की हालत को देखते हुए डॉ. सुशील सिंघल ने तुरंत कदम सिंह को भर्ती कर ऑर्टोबाइफ़ेमॉरल बायपास सर्जरी करने का निर्णय लिया।

ऑपरेशन की सफलता

-50 सेंटीमीटर लंबी कृत्रिम धमनी का उपयोग कर दिल से खून को पैरों तक पहुंचाने का रास्ता बनाया गया।

-सर्जरी लगभग 4 घंटे तक चली, जिसमें डॉक्टरों ने बारीकी से काम करते हुए रक्त प्रवाह को बहाल किया।

-ऑपरेशन के तुरंत बाद मरीज के पैरों का दर्द पूरी तरह खत्म हो गया।

अब कदम सिंह न केवल सामान्य रूप से चल-फिर सकते हैं, बल्कि अपने काम पर लौटने के लिए भी तैयार हैं।

आगरा के लिए मील का पत्थर

यह सर्जरी आगरा के इतिहास में पहली बार की गई है। अब ऐसे जटिल ऑपरेशन के लिए मरीजों को दिल्ली, जयपुर जैसे बड़े शहरों में जाने की जरूरत नहीं होगी। एसएन मेडिकल कॉलेज ने यह साबित कर दिया है कि यहां भी विश्वस्तरीय चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध हैं।

सर्जरी करने वाली टीम 


 सीटीवीएस सर्जरी टीम: डॉ. सुशील सिंघल, डॉ. विजय सैनी, डॉ. आकाश, डॉ. जफर, एनेस्थीसिया टीम में डॉ. अर्चना, डॉ. मंजरी बंसल, डॉ. सुशांत, डॉ. एजाज, डॉ. सचिन, सपोर्ट स्टाफ में सचिन, मोनू थे। 
ऑपरेशन में सर्जरी बिभाग के विभागाध्यक्ष  डॉ प्रशांत लवानियां का बहुत सहयोग रहा ।
प्रिंसिपल  एवं डीन डॉ प्रशांत गुप्ता ने कहा कि अब एसएन मेडिकल कॉलेज में ही हर मरीज को अत्याधुनिक चिकित्सा सेवाएं सुपरस्पेशलिस्ट डॉक्टरों द्वारा उपलब्ध करायी जा रही है । एसएन मेडिकल कॉलेज विश्वास, सेवा और नवाचार का प्रतीक है !

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