बहराइच में आदमखोर भेड़ियों का आतंक जारी, वन विभाग की सारी कोशिशें बेकार
बहराइच। पुलिस और वन विभाग की तमाम कोशिशों के बावजूद लंगड़ा और तगड़ा को पकड़ा नहीं जा सका है। ये दोनों भेड़िए लगातार यहां की महसी तहसील के 35 गांवों के साथ ही लखीमपुर खीरी और सीतापुर तक के गांवों में आतंक का पर्याय बन चुके हैं। दस लोगों की मौत से पूरा इलाका दहशत में है। इन भेड़ियों को पकड़ने के लिए ड्रोन कैमरों की भी मदद ली जा रही है लेकिन जब तक पुलिस या वन विभाग की टीम वहां पहुंचती है, वे भाग खड़े होते हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ खुद इसकी निगरानी कर रहे हैं और अफसरों को जल्द ही इन भेड़ियों को पकड़ने के लिए कहा है।
बहराइच में भेड़िये ने देर रात एक बार फिर हमला किया है। इस बार पांच साल की बच्ची को भेड़िये ने निशाना बनाया। बच्ची के गले में गंभीर चोट आई है। इन दो आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने के लिए जोर-शोर से सर्च ऑपरेशन चल रहा है। बहराइच जिले में इन जानवरों को पकड़ने के लिए 25 टीमें लगी हुई हैं। इनमें बहराइच, कतर्नियाघाट, श्रावस्ती, गोंडा और बाराबंकी वन प्रभाग की टीमें शामिल हैं।
भेड़ियों के अधिकतर हमले बहराइच की महसी तहसील में ही हुए हैं। इतना ही नहीं वन विभाग के साथ पीएसी की भी दो कंपनी साथ चल रही है। इतनी मुस्तैदी के बाद भी हमले नहीं रुक रहे हैं। इसे लेकर गांववालों में भारी नाराजगी है। इनमें से कुछ का कहना है कि ये हमले भेड़ियों के नहीं किसी और जानवर के हैं। कुछ लोगों का कहना है कि पकड़े गए जानवर सियार हैं भेड़िए नहीं है। ड्रोन के इस्तेमाल पर भी लोगों का कहना है कि इनके इस्तेमाल से भी कोई लाभ नहीं हो रहा है। गांववालों ने इन जानवरों के वीडियो बनाए हैं।
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