अवधेश अग्रवाल हत्याकांड में अभी कोई सुराग नहीं, पटना पुलिस दो दिन आगरा में की जांच
आगरा। आगरा के बड़े चांदी कारोबारी अवधेश अग्रवाल की तीन दिन पहले पटना में उन्हीं के आवास में हुई सनसनीखेज हत्या के मामले में पटना पुलिस अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है। मामले की जांच पटना में तो चल ही रही है, बिहार की एक पुलिस टीम आगरा में भी इस हत्याकांड की दो दिन तक आगरा में रुककर जांच कर चुकी है।
प्रारंभ से ही पटना पुलिस इस मामले को पटना से जोड़कर ही जांच कर रही थी, लेकिन पुलिस को जब अवधेश अग्रवाल के आगरा में भी कुछ विवादों की जानकारी हुई तो पुलिस की एक टीम दो दिन पहले आगरा पहुंच गई। बिहार पुलिस श्री सर्राफा कमेटी के अध्यक्ष धन कुमार जैन धन्नू से भी मिली और उनसे जाना कि उनका अवधेश अग्रवाल के साथ क्या विवाद था।
धन कुमार जैन धन्नू ने बिहार पुलिस को जानकारी दी कि वर्ष 2015 में उनके ऊपर जानलेवा हमला हुआ था, जिसका खुलासा खुद आगरा की पुलिस ने तफ्तीश के बाद किया था। बता दें कि धन्नू पर हुए हमले में अवधेश अग्रवाल और धन्नू के बड़े भाई बब्बे के दो में सालों को पुलिस ने आरोपी बनाया था। इस केस में अवधेश अग्रवाल समेत दोनों अन्य लोग 15 दिन पहले ही हाईकोर्ट से बरी हो गए थे।
अवधेश अग्रवाल से जुड़े कुछ अन्य मामलों को लेकर बिहार पुलिस ने थाना एमएम गेट में भी रिकॉर्ड की जांच की। यही नहीं, बिहार पुलिस अवधेश अग्रवाल के पारिवार के लोगों से परिणय कुंज स्थित आवास पर जाकर मिली और यह जानने की कोशिश कि उनकी किसी से कोई रंजिश तो नहीं थी। सूत्र बताते हैं कि अवधेश के परिजन ज्यादा कुछ नहीं बता सके हैं।
बिहार पुलिस ने आगरा में एक-एक पहलू की बारीकी से जांच की है। बिहार पुलिस को एक क्लू यह मिला है कि अवधेश अग्रवाल की हत्या करने वाले अपराधी यूपी के हो सकते हैं, तभी से बिहार पुलिस की जांच यूपी पर केंद्रित हो गई है। हालांकि पटना में भी यह देखा जा रहा है कि अवधेश अग्रवाल के साथ किसी का कोई विवाद तो नहीं था।
पटना पुलिस के ऊपर इस हत्याकांड को लेकर भारी दबाव है। वहां के सराफा व्यवसाइयों ने पुलिस को अल्टीमेटम दिया हुआ है कि अगर इस कांड का जल्द पर्दाफाश न हुआ तो वह आंदोलन करेंगे। व्यापारियों के आक्रोश को देखते हुए ही पुलिस जल्द से जल्द इस मामले का खुलासा कर देना चाहती है।
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