तीन सवारियों वाले ऒटो में नौ लोग बैठे थे, पुलिस की नजर नहीं पड़ी
आगरा/पिनाहट। पिनाहट थाना क्षेत्र में कल्याणपुरा गांव के पास बीती रात ट्रैक्टर ट्रॊली द्वारा यात्रियों से भरे एक ऒटो को रौंदे जाने से हुए दर्दनाक हादसे के लिए सरकारी तंत्र भी कम जिम्मेदार नहीं है। तीन सवारियों वाले ऒटो में नौ लोग सवार थे। ठूंस-ठूंस कर भरी गई सवारियों को लेकर यह ऒटो बेखौफ सड़क पर दौड़ रहा था। कई ऐसे पॊइंट आए होंगे जहां पुलिस तैनात रहती है, लेकिन किसी की नजर ओवरलोड ऒटो पर नहीं पड़ी।
-पिनाहट क्षेत्र में ट्रैक्टर द्वारा ऒटो को रौंदने का मामला, मृत महिलाओं का गांव शोक में डूबा
बताया जाता है कि हादसे में घायल छह लोग और मृत दोनों महिलाएं एक त्रयोदशी संस्कार में शामिल होकर ऒटो में बैठकर लौट रहे थे। रात करीब पौने नौ बजे भदरौली-पिनाहट मार्ग स्थित कल्याणपुरा गांव के पास सामने से आ रहे ट्रैक्टर ने इस ऒटो को अपनी चपेट में ले लिया। ट्रैक्टर की टक्कर लगते ही ऒटो बुरी तरह क्षतिग्रस्त होकर पलट गया और सारी सवारियां उसके नीचे दब गईं।
आसपास के लोगों ने ऒटो के नीचे दबी सवारियों को बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला। सभी बुरी तरह ज़ख़्मी हो गए थे और ख़ून से लथपथ थे। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से सभी घायलों को एंबुलेंस द्वारा पिनाहट और बाह सीएचसी केंद्रों में भर्ती कराया। स्वास्थ्य केंद्र पर इलाज के दौरान गांव गुढ़ा निवासी बैकुंठी देवी और गंगा देवी की मौत हो गई। बटेश्वर निवासी घायल सर्वेश, बबीता, कुसुमा, भूरी देवी, आशा, कृष्णा और विश्राम कुमार का इलाज चल रहा है।
इस हादसे के बाद भी पुलिस शायद ही सबक ले। किसी ने इस बात पर गौर नहीं किया कि तीन सवारियों वाले ऒटो में नौ सवारियां कैसे बैठा ली गईं। इस मार्ग पर चलने वाले ज्यादातर ऒटो इसी तरह ओवरलोडेड होकर चलते हैं। पुलिस वालों की आंखों के सामने से गुजरते हैं, लेकिन इन्हें कोई टोकता नहीं है। ड्राइवर सीट के दोनों ओर अतिरिक्त सीट लगाकर दो-दो लोग बैठा लिए जाते हैं, जिसकी वजह से ड्राइवर सभी की जान खतरे में डालकर ड्राइविंग करते हैं।