बैंक इम्पलाइज के नौ करोड़ रुपये अटके, सोसाइटी सचिव के आवास पर हंगामा, पुलिस का हस्तक्षेप

आगरा। न्यू आगरा थाना क्षेत्र के कैलाश विहार में आज दोपहर उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब आगरा मंडल बैंक इंप्लाइज क्रेडिट एण्ड ड्रिफ्ट सोसाइटी और मिलेनियम डेवलपमेंट सोसाइटी के दर्जनों सदस्य अपने फिक्स डिपाजिट के भुगतान की मांग को लेकर सोसाइटी सचिव के आवास पर पहुंचे। मामला इतना बढ़ा कि पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। 

Nov 10, 2024 - 21:49
Nov 10, 2024 - 23:06
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बैंक इम्पलाइज के नौ करोड़ रुपये अटके, सोसाइटी सचिव के आवास पर हंगामा, पुलिस का हस्तक्षेप

उक्त दोनों सोसाइटीज ने आगरा मंडल के बैंक कर्मचारियों को सदस्य बनाकर उनके पैसे की अपने यहां एफडी कराई थी। बैंककर्मियों ने अपनी सैलरी से उक्त सोसाइटीज को फिक्स डिपाजिट में पैसे दिए। सब कुछ ठीकठाक चलता रहा। 

अब जबकि फिक्स डिपाजिट मैच्योर हो गई तो सदस्यों ने पैसे मांगने शुरू किए, लेकिन दोनों सोसाइटी के पदाधिकारी कोई न कोई बहाना कर टालते रहे। पुलिस चौकी पर मौजूद सदस्यों का कहना था कि लगभग नौ करोड़ रुपये का भुगतान लटकाकर रखा गया है। 

इन दोनों सोसाइटीज में एटा जिले के सैकड़ों बैंककर्मियों ने एफडी करा रखी हैं। इनमें भी बैंक आफ आर्यावर्त के सदस्यों की संख्या ज्यादा है। मिलेनियम में बैंककर्मियों के अलावा अन्य लोगों ने भी एफडी करा रखी हैं। इन एफडी को मैच्योर हुए ढाई से तीन साल हो चुके हैं, लेकिन भुगतान नहीं किया जा रहा। 

आगरा मंडल बैंक इंप्लाइज सोसाइटी के सचिव न्यू आगरा क्षेत्र के कैलाश विहार में रहते हैं। दूसरी सोसाइटी की अध्यक्ष भी पहली सोसाइटी के सचिव की पत्नी हैं। दोनों ही सोसाइटी के अन्य सभी पदाधिकारी पहली सोसाइटी के परिजन अथवा रिश्तेदार ही हैं। 

जिन सदस्यों की एफडी मैच्योर हो चुकी हैं, वे बार-बार सोसाइटी सचिव से मिलकर पेमेंट का आग्रह कर रहे थे, लेकिन किसी का भी भुगतान नहीं हो रहा था। एटा जिले से आज दोनों सोसाइटीज के 28-30 मेंबर एक साथ कैलाश विहार में सचिव के आवास पर पहुंचे और सालों पहले मैच्योर हुई एफडी का भुगतान करने की मांग की। 

एक साथ इतने लोगों को देख सोसाइटी सचिव के कुछ लोग भी वहां आ गए और अपना पैसा मांगते सदस्यों से अभद्रता करने लगे। इस पर दोनों ओर से गर्मागर्मी हो गई। इस बीच सोसाइटी सचिव की ओर से पुलिस को सूचित कर दिया गया। मौके पर पहुंची पुलिस दोनों पक्षों को दयालबाग चौकी पर ले आई। 

पुलिस चौकी पर भी काफी देर तक हंगामे की स्थिति बनी रही। सचिव का कहना था कि वे अपनी कुछ प्रापर्टीज बेचना चाह रहे हैं, जो बिक नहीं पा रहीं। संपत्ति बिकते ही सभी का भुगतान कर देंगे। 

उधर सदस्यों का कहना था कि पिछले ढाई-तीन साल से यही बात कहकर उन्हें टरका दिया जाता है। चौकी इंचार्ज ने बैंककर्मी सदस्यों को समझाबुझाकर शांत किया और सचिव को हिदायत दी कि जल्द से जल्द सभी का भुगतान कर विवाद को समाप्त करें। 

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SP_Singh AURGURU Editor