गणेशोत्सव के लिए हर वार्ड में मूर्ति विसर्जन टैंक की व्यवस्था करे नगर निगम
गणेश चतुर्थी के साथ आगरा में भी गली-मोहल्लों में गणेशोत्सव प्रारंभ हो गए हैं। विघ्न विनाशक गणेश की प्रतिमाएं स्थापित की जा रही हैं। बाद में इनका विसर्जन यमुना में न हो, इसके लिए नगर निगम को सुझाव दिया गया है कि शहर के हर वार्ड में मूर्ति विसर्जन के लिए टैंक रखवा दिए जाएं।
आगरा। रिवर कनेक्ट अभियान ने नगरायुक्त को एक पत्र लिखकर शनिवार से शुरू हुए गणेश उत्सव को ध्यान में रखकर नगर निगम के सभी वार्डों में पानी की सुविधा के साथ मूर्ति विसर्जन टैंक की व्यवस्था तत्काल करने का अनुरोध किया है।
अभियान से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता ब्रज खंडेलवाल ने इस पत्र में कहा है कि यह पहल यमुना नदी के प्रदूषण को और अधिक रोकने में सहायक होगी। वर्तमान में प्लास्टर ऑफ पेरिस (पीओपी) और अन्य प्रदूषकों जैसे विषाक्त पदार्थों से बनी मूर्तियों का यमुना में विसर्जन किया जाता है। मूर्तियों के विसर्जन से उनके निर्माण में उपयोग की जाने वाली सामग्रियों के कारण गंभीर जल प्रदूषण होता है। इन मूर्तियों में मौजूद जहरीले रसायन और गैर-बायोडिग्रेडेबल तत्व जलीय पारिस्थितिकी तंत्र और यमुना नदी के समग्र स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा पैदा करते हैं। यह प्रदूषण न केवल पर्यावरण को प्रभावित करता है बल्कि जीविका के लिए नदी पर निर्भर लोगों की आजीविका को भी प्रभावित करता है। नगर के वार्डों में पानी की सुविधा के साथ निर्दिष्ट मूर्ति विसर्जन टैंक प्रदान करके हम यमुना नदी पर मूर्ति विसर्जन के हानिकारक प्रभावों को सक्रिय रूप से कम कर सकते हैं। ये टैंक नदी में विसर्जन की वर्तमान प्रथा के लिए एक स्थायी विकल्प के रूप में काम करेंगे, यह सुनिश्चित करते हुए कि हमारे जल निकाय सभी जीवित प्राणियों के लिए प्रदूषण रहित और सुरक्षित रहें।
श्री खंडेलवाल ने पत्र में लिका है कि यह जरूरी है कि हम अपने पर्यावरण की रक्षा और यमुना नदी के पारिस्थितिक संतुलन को बनाए रखने के लिए तत्काल कार्रवाई करें। इन मूर्ति विसर्जन टैंकों को लागू करके हम त्योहारों के दौरान पर्यावरण के अनुकूल प्रथाओं के साथ ही शहर में सतत विकास की संस्कृति को बढ़ावा दे सकते हैं।
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