नगर निगम को छोटा और जीएसटी को बड़ा बोर्ड चाहिए, व्यापारी आक्रोशित

आगरा। नगर निगम कहता है कि दुकानों के ऊपर टू बाई थ्री के छोटे बोर्ड लगाओ और जीएसटी की ओर से दुकानों पर बड़े-बड़े बोर्ड लगाने का दबाव बनाया जाता है। दो विभागों के इन आदेशों में पिस रहे व्यापारियों में इतना अधिक आक्रोश है कि आज आगरा व्यापार मंडल को इस मुद्दे पर बैठक बुलानी पड़ी। इस बैठक में नगर निगम को खुली चेतावनी दी गई कि अपने तुगलकी आदेश वापस ले ले, वरना व्यापारी सड़कों पर उतरने को मजबूर हो जाएंगे।

Jan 6, 2025 - 20:53
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नगर निगम को छोटा और जीएसटी को बड़ा बोर्ड चाहिए, व्यापारी आक्रोशित
आगरा व्यापार मंडल की बैठक में मौजूद विभिन्न ट्रेड एसोसिएशनों के प्रतिनिधि।

 -आगरा व्यापार मंडल को इस मुद्दे पर बैठक बुलानी पड़ी, नगर निगम का आदेश न मानने का निर्णय

-जीएसटी के सर्वे-छापों से परेशान व्यापारी बोले- व्यापार कर जीएसटी वालों को ही चाबियां सौंपे देते हैं

आगरा व्यापार मंडल के अध्यक्ष टीएन अग्रवाल की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में मंडल से जुड़े विभिन्न व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सभी ने इस बात पर रोष प्रकट किया कि नगर निगम द्वारा दुकानों के ऊपर  दो बाई तीन के बोर्ड लगाने के आदेश दिए गए हैं जबकि जबकि जीएसटी विभाग प्रतिष्ठानों पर बड़े-बड़े बोर्ड लगाने की बात करता है। जीएसटी वालों का कहना है कि बोर्ड इतना बड़ा हो कि जिससे प्रोपराइटर का नाम, फर्म का नाम और जीएसटी नंबर दूर से ही साफ-साफ नजर आए।

व्यापारियों का कहना था कि वे केवल अपने प्रतिष्ठान पर ही तो बोर्ड लगा रहे हैं। अपनी जगह पर लगा रहे हैं, जिसका नगर निगम से कोई लेना-देना नहीं है। इसके बावजूद नगर निगम बेवजह छोटे बोर्ड लगाने का दबाव बना रहा है।

बैठक में चेतावनी दी गई कि नगर निगम के खिलाफ सड़कों पर उतरना पड़ा तो उतरेंगे। आगरा का व्यापारी आगरा बंद कर देगा। कुछ अधिकारियों की मानसिकता  सरकार को बदनाम करना तथा अपनी अफसरशाही को जताना है। सर्वसम्मति से तय हुआ कि व्यापार मंडल इस तरह के भ्रामक आदेशों का पालन ही नहीं करेगा।

बैठक में नगर निगम के पार्षदों से आग्रह किया गया कि वे नगर निगम को इस निर्णय को बदलवाएं। व्यापारी वर्ग ने पार्षदों और मेयर को अपने लाखों वोटों से जिताया कि वे सूझबूझ से काम करेंगे। यदि इस निर्णय को नहीं बदला गया तो व्यापारी परेशान हो जाएंगे और आगे आने वाले समय में किसी भी तरह से पार्षदों का साथ नहीं देंगे।

बैठक में जीएसटी सर्वे और छापे के नाम पर व्यापारियों का उत्पीड़न किये जाने पर भी चर्चा हुई। कुछ व्यापारियों ने तो यहां तक कह दिया कि वे व्यापार करना बंद कर जीएसटी विभाग को अपनी चाबियां सौंपे देते हैं। अब हमारा मन व्यापार करने में नहीं है। अधिकारियों की अफलातून आदेशों की वजह से हम परेशान हो रहे हैं।

व्यापारियों ने लगातार अपने व्यापार को बढ़ाकर सरकार के  जीएसटी राजस्व को बढ़ाया है। इसके बाद भी कुछ सरकारी अधिकारियों द्वारा तरह-तरह के उत्पीड़न किये जा रहे हैं। यदि अधिकारी बाज नहीं आए तो व्यापार मंडल आगरा बंद का आह्वान कर धरना-प्रदर्शन से भी पीछे नहीं रहेगा।

बैठक में हर वर्ष की तरह इस बार भी आगामी 23 मार्च को एक वृहद ब्लड डोनेशन कैंप आयोजित करने का निर्णय लिया गया। बैठक में टीएन अग्रवाल, अशोक मगंवानी,  राकेश बंसल,  कन्हैया लाल राठौर, सुरेश बरेजा,  राजेश अग्रवाल,  दुष्यंत गर्ग,  विजय बंसल,  देवेंद्र अग्रवाल,  संदीप गुप्ता, राजीव गुप्ता, प्रदीप जैन, साहूकार सिंह चाहर, गोविंद नारवानी, नंदकिशोर गोयल आदि उपस्थित रहे। बैठक में व्यापार मंडल के मंत्री संजीव अग्रवाल की माताजी के निधन पर शोक भी प्रकट किया गया।

  

 

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SP_Singh AURGURU Editor