महाकुम्भ में मौनी अमावस्या का स्नान शासन-प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती

इस अमृत स्नान के लिए दो-तीन दिन पहले से ही एक करोड़ से ज्यादा लोग पहुंच चुके हैं महाकुम्भ नगर।

Jan 28, 2025 - 13:29
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महाकुम्भ में मौनी अमावस्या का स्नान शासन-प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती

महाकुम्भ नगर। महाकुम्भ में संगम तट पर मौनी अमावस्या के मौके पर 29 जनवरी को होने वाले अमृत स्नान के लिए दो दिन पहले से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पहुंच चुकी है। मौनी अमावस्या से लिए जिस तरह से भीड़ बढ़ रही है, उसे देखते हुए कल (29 जनवरी) का दिन प्रशासन और सरकार के लिए परीक्षा की घड़ी है। मौनी अमावस्या पर आठ से दस करोड़ लोगों के संगम में डुबकी लगाने का अनुमान है। 
मौनी अमावस्या के स्नान के लिए लोग तीन दिन पहले से ही महाकुम्भ नगर पहुंचने लगे हैं। भीड़ इतनी ज्यादा बढ़ चुकी है कि सोमवार की सायं व्यवस्थाएं बनाने में अधिकारियों के हाथ-पांव फूलने लगे थी। संगम क्षेत्र में बनाए गए कई पौंटून पुलों को बंद करना पड़ा। इससे लोग उत्तेजित हो उठे। नारेबाजी करने लगे। इसी दौरान वहां ड्यूटी पर मौजूद एक एसडीएम की गाड़ी में तोड़फोड़ भी कर दी गई। 
महाकुम्भ नगर में लगातार बढ़ती श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन को पौंटून पुल नंबर सात को बंद करना पड़ा। इसके बाद महाकुम्भ क्षेत्र के सेक्टर 20 में श्रद्धालु उत्तेजित होकरनारेबाजी करने लगे। बेरीकेडिंग को तोड़ भीड़ आगे बढ़ गई। भीड़ इतनी ज्यादा थी कि वहां तैनात पुलिसकर्मी उसे रोकने में नाकाम रहे।
मौनी अमावस्या का स्नान 29 जनवरी को होना है। यह महाकुम्भ का सबसे प्रमुख स्नान है। महाकुम्भ नगर का प्रशासन पहले से ही मानकर चल रहा है कि मौनी अमावस्या के दिन 8 से 10 करोड़ श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने पहुंचेंगे। अनुमानित भीड़ को देखकर ही वहां भीड़ को नियंत्रित करने की व्यवस्थाएं की जा रही हैं, लेकिन प्रशासन को यह अंदाजा नहीं था कि मौनी अमावस्या के स्नान के लिए लोग दो-तीन दिन पहले से ही संगम तट पर पहुंचने लगेंगे। 
भीड़ का आलम यह है कि श्रद्धालुओं के लिए किए गए इंतजाम भी कम पड़ने लगे हैं। लोग सगम तट पर खुले में ही सो रहे हैं। दो से तीन दिन पहले पहुंच चुके लोग 29 जनवरी को डुबकी लगाने के बाद ही यहां से वापस लौटेंगे। श्रद्धालुओं का दो से तीन दिन तक महाकुम्भ परिसर में डेरा डालना ही प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है। 
महाकुंभ में मौनी अमावस्या के स्नान के लिए दो-तीन दिन पहले ही एक करोड़ से ज्यादा लोग यहां पहुंच चुके हैं। आज दोपहर तक लगभग डेढ़ करोड़ लोग संगम में डुबकी लगा चुके थे। कल शाम हुए हंगामे के बाद महाकुम्भ नगर प्रशासन ने व्यवस्थाओं को और चुस्त दुरुस्त करने के लिए नई रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है।